दरअसल, लोकसभा के प्रश्नकाल में सांसद सीपी जोशी ने कहा कि गढ़ तो गढ़ चित्तौडग़ढ़ बाकी सब गढ़ैया से प्रसिद्ध चित्तौडग़ढ़ किला एशिया का सबसे बड़ा किला है। मीराबाई, मां पन्ना, रानी पद्मावती और महाराणा प्रताप का गौरवशाली इतिहास इस किले से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीराबाई के 525वीं जयंती वर्ष पर बड़े-बड़े स्थान पर कार्यक्रम करवाए हैं। उन्होंने सवाल किया चित्तौडग़ढ़ में मीराबाई का स्मारक कब तक बनेगा? इसके जवाब में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है। भक्त शिरोमणि मीराबाई की 525 वीं जन्म जयंती वर्ष पर मंत्रालय कार्यक्रम आयोजित करवा रहा है। मीराबाई के जन्मस्थान मेड़ता, उनकी शादी वाले चित्तौडग़ढ़, भक्ति वाले वृंदावन और ईश्वर में एकाकर होने वाले द्वारिका में बड़े आयोजन किया जा रहे हैं। 3 स्थानों पर प्रोग्राम हो चुके हैं। जबकि चित्तौडग़ढ़ में 21, 22 और 23 दिसंबर को कार्यक्रम होने हैं। जबकि स्मारक बनाने का कोई भी प्रस्ताव मंत्रालय के पास विचाराधीन नहीं है। इसके अलावा दुर्ग में वैकल्पिक मार्ग को लेकर सांसद और जिला कलक्टर ने पत्र लिखा है।
इस पत्र के आधार पर राज्य सरकार से एक सजेस्टिव डीपीआर भेजने के लिए कहा है। प्रस्ताव के बाद मॉन्यूमेंट्स प्रोटेक्शन एक्ट के प्रावधान के अनुरूप विचार कर कोई निर्णय कर पाएंगे। यह विषय अभी प्रारंभिक अवस्था में है, इसलिए इस पर कोई भी टिप्पणी करना सही नहीं होगा।