लंदन. दुनियाभर में क्वांटम तकनीक विकसित करने की होड़ बढ़ रही है। ब्रिटेन की एक टॉप सीक्रेट लैब देश की पहली क्वांटम घड़ी तैयार कर रही है। यह इतनी सटीक होगी कि अरबों सालों में एक सेकंड भी आगे-पीछे नहीं होगी। यह तकनीक समय को अपूर्व पैमाने पर मापने की क्षमता प्रदान करेगी। घड़ी ब्रिटिश सेना की खुफिया और जासूसी क्षमता बढ़ाने में मदद करेगी।रक्षा खरीद मंत्री मारिया ईगल ने कहा, नई और क्रांतिकारी तकनीक का परीक्षण न सिर्फ हमारी कार्यक्षमता को मजबूत करेगा, बल्कि उद्योग, विज्ञान क्षेत्र और उच्च-कौशल वाले रोजगार को भी बढ़ावा देगा। क्वांटम घड़ी जीपीएस पर निर्भरता कम करेगी। जीपीएस को दुश्मन द्वारा बाधित या ब्लॉक किया जा सकता है। यह दुनिया की पहली क्वांटम घड़ी नहीं होगी। अमरीका के कॉलराडो विश्वविद्यालय ने 15 साल पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडड्र्स एंड टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर क्वांटम घड़ी विकसित की थी। ब्रिटिश सरकार के मुताबिक सीक्रेट लैब में बन रही घड़ी अगले पांच साल में सेना को मिल सकती है।
अत्यधिक सटीक समय कहां-कहां जरूरी क्वांटम घड़ी परमाणुओं के अंदर ऊर्जा में होने वाले बदलावों को मापकर अत्यधिक सटीक समय देती है। सैटेलाइट नेविगेशन, मोबाइल फोन और डिजिटल टीवी समेत कई तकनीकों के लिए सटीक समय रिकॉर्ड करना जरूरी है। सामान्य घडिय़ों पर तापमान, दबाव और चुंबकीय क्षेत्रों का असर पड़ता है। इससे इनके समय में धीरे-धीरे अंतर अने लगता है। ये आगे-पीछे होती रहती हैं।
क्वांटम अनुसंधान में भारी निवेश क्वांटम तकनीक की शुरुआत 20वीं सदी में क्वांटम मैकेनिक्स के सिद्धांतों से हुई थी। अमरीका और चीन क्वांटम अनुसंधान में भारी निवेश कर रहे हैं। पिछले महीने गूगल ने नई क्वांटम कंप्यूटिंग चिप पेश की थी। गूगल का दावा है कि चिप कुछ मिनटों में वह काम कर सकती है, जिसे करने में सुपर कंप्यूटर को 10 सेप्टिलियन (1 के पीछे 24 शून्य) साल लगेंगे।