विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही कांग्रेस में बदलाव का दौर शुरू हो गया था। कांग्रेस मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर घोषणा कर चुकी है। जबकि राजस्थान का फैसला लंबित चल रहा है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कुछ ही दिन में राजस्थान को लेकर पार्टी फैसला कर सकती है। इसका प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के यहां पहुंच गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर टीकाराम जूली या अन्य किसी दलित नेता को नियुक्त कर सकती है। जबकि नेता प्रतिपक्ष का पद डोटासरा को दिया जा सकता है। डोटासरा के गृह क्षेत्र शेखावटी में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है। वहीं 2013-18 के बीच कांग्रेस के विपक्ष में रहने के दौरान डोटासरा ने विधायक रहते हुए विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि पार्टी के एक वर्ग ने हरीश चौधरी का नाम भी नेता प्रतिपक्ष के लिए चला रखा है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि चौधरी को पार्टी आलाकमान केन्द्र की राजनीति में काम में लेना चाहता है। यही वजह है कि उन्हें लोकसभा के एक क्लस्टर की स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
विधानसभा सत्र भी जल्द
राजस्थान विधानसभा का जल्द ही सत्र शुरू होने वाला है। इससे पहले कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहती है।