नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शोधार्थियों को विकसित भारत और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने की पहल की है। संघ से जुड़े संगठन भारतीय शिक्षण मंडल की ओर से 15 से 17 नवंबर को गुरुग्राम के एसजीटी विश्वविद्यालय में आयोजित होने जा रहे अखिल भारतीय शोधार्थी सम्मेलन में देश के दो पूर्व मुख्य न्यायाधीश और वर्तमान में इसरो और नौसेना के प्रमुख सहित विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज रिसर्च करने वाले विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे। इस सम्मेलन का उद्घाटन संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत करेंगे।
अखिल भारतीय शोधार्थी सम्मेलन के आयोजन का उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक अनुसंधान पद्धतियों के साथ जोड़ते हुए युवाओं में शोधवृत्ति विकसित करना है। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मलेन में देश के विभिन्न हिस्सों से युवा शोधार्थी सहभागिता करेंगे | उद्घाटन सत्र में इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ और नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. कैलाश सत्यार्थी भी उपस्थित रहेंगे |
इस सम्मेलन में युवा शोधार्थियों को विभिन्न विषयों के विषय-विशेषज्ञों के साथ ही देश के प्रख्यात वक्ताओं का भी मार्गदर्शन प्राप्त होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, योगगुरु स्वामी रामदेव, एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज, संजीव कृष्ण ठाकुर, आरएसएस के कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के इंद्रेश कुमार, यूजीसी सचिव प्रो. मनीष जोशी सहित अन्य हस्तियां विचार पेश करेंगी। देश के अनेक राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों- आइआइटी, आइआइएम, आइआइएसएआर के निदेशक व अनेक केंद्रीय विश्वविद्यालयों व राज्य विश्वविद्यालयों के कुलगुरुओं को भी सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है।