दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी महिला द्रोपदी मुर्मू का अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। इसी को लेकर बंगाल भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया और उनके खिलाफ पोस्टर जारी किया।
इस पोस्टर लिखा गया है, “भाजपा ने एक आदिवासी जनजाति महिला को देश के सर्वोच्च पद के लिए मनोनीत किया। इसके साथ ही भाजपा ने देश के सभी आदिवासी जनजाति संप्रदाय को सम्मानित किया है। यह आदिवासी जनजाति संप्रदाय का गर्व का विषय है।” वहीं बंगाल भाजपा ने पोस्टर में ममता बनर्जी पर हमला करते हुए लिखा, “ममता बनर्जी आदिवासी जन-जाति संप्रदाय के उम्मीदवार को समर्थन न करके प्रार्थी को समर्थन कर रही हैं और आदिवासी समाज के करीब आने में हिचकिचा रही हैं।”
इस पोस्टर में ममता बनर्जी की एक तस्वीर नजर आ रही है जिसमें वह आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य करती नजर आ रही हैं। मगर साथ ही उन्होंने अपने हाथों में दास्ताना पहना हुआ है, जिसे लेकर भाजपा ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी आदिवासी महिलाओं को स्पर्श नहीं करना चाहती हैं, इसलिए उन्होंने दास्ताना पहना हुआ है।
बता दें, यह तस्वीर तब की है जब वो आदिवासी ग्रुप के साथ एक शादी समारोह में डांस करती नजर आई थीं। वह आदिवासी सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शिरकत होने पहुंची थीं। उनके इस डांस का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। उस वक्त भी उनके दास्तानों की वजह से कई सवाल उठे थे। वहीं इस तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए भाजपा ने सीएम पर हमला बोला है।
वहीं इस पोस्टर में एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी को भी दिखाया गया है। बात करें द्रौपदी मुर्मू की तो वह आदिवासी के सांथाल समुदाय से आती हैं। बंगाल में इस समुदाय के 70 प्रतिशत लोग रह रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि इसके बावजूद भी ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं कर रही हैं।