वायरल हो रहे वीडियो में सैकड़ों तीर्थयात्रियों को उस समय “चोर-चोर” के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है जब प्रतिनिधिमंडल को मस्जिद-ए-नबावी में अपना रास्ता बनाते हुए देखा गया था। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के बाद पुलिस ने नारे लगाने वालों को पवित्रता का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। तो वहीं एक वीडियो में, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब और नेशनल असेंबली के सदस्य शाहजैन बुगती को अन्य लोगों के साथ देखा गया। पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक मरियम औरंगजेब ने इस विरोध के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया।
एक एजेंसी के मुताबिक मरियम औरंगजेब ने कहा कि मैं उस व्यक्ति का नाम नहीं लूंगी, क्योंकि मैं इस पवित्र जमीन का इस्तेमाल राजनीति के लिए नहीं करना चाहती हूं। लेकिन उन्होंने पाकिस्तान समाज को तबाह करके रख दिया है।
तो वहीं ट्विटर पर पाकिस्तान के यूजर्स ने वीडियो को शेयर करते हुए शहबाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा। एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, ‘देखिए हमारे प्रधानमंत्री और अपराधियों की गैंग पीडीएम का सऊदी अरब में कितना शानदार स्वागत हो रहा है।’ बता दें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सऊदी दौरे पर उनके साथ दर्जनों अधिकारी और राजनेता आए हैं।
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सऊदी अरब रवाना होने से पहले गुरुवार को शरीफ ने ट्वीट किया, ‘आज मैं हमारे भाईचारे और दोस्ती के रिश्ते के नवीनीकरण और पुन:पुष्टि के लिए सऊदी अरब जा रहा हूं। मैं सऊदी नेतृत्व से विस्तृत मुद्दों पर चर्चा करूंगा। सऊदी अरब हमारा महान दोस्त है और दो पवित्र स्थानों (मक्का और मदीना) का संरक्षक होने के नाते हमारे दिलों में उसके लिए विशेष स्थान है।’ आपको बता दें, शरीफ ने 11 अप्रैल को पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरे के दौरान शरीफ सऊदी अरब से 3.2 अरब डॉलर के अतिरिक्त पैकेज की मांग करेंगे। वो पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी को रोकने के लिए यह अनुरोध करेंगे। अनुमानों के अनुसार, पाकिस्तान को भुगतान संकट से बचने और विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी को रोकने के लिए 12 बिलियन डॉलर की जरूरत है।
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