PTI के कई कार्यकर्ता पुलिस टीम के पहुंचते ही सरकार की कार्रवाई का विरोध करते हुए इमरान खान के आवास के बाहर जमा हो गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार कार्यकर्ताओं ने इसे वर्तमान सरकार की बदले की रणनीति करार दिया। वहीं दूसरी तरफ, कराची में पुलिस की एक अन्य टीम ने PTI के पाकिस्तान नेशनल असेंबली के सदस्य आलमगीर खान के आवास पर भी छापेमारी की।
तो वहीं PTI के कार्यकर्ताओं का कहना है कि छापेमारी के दौरान PTI MNA अपने घर पर मौजूद नहीं थे। PTI नेता गुलशन-ए-इकबाल पुलिस की कार्रवाई के बाद थाने पहुंचे और पुलिस छापेमारी के खिलाफ आवेदन दिया है। पाकिस्तान के समुद्री मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री अली हैदर जैदी ने इस पुलिस कार्रवाई की निंदा की और सिंध पुलिस को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सैन्य शाखा करार दिया।
बताते चलें इमरान खान ने पहले आरोप लगाया था कि उन्हें मारने के लिए विदेशों में साजिश रची जा रही है और यह भी कहा कि उन्होंने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया जिसमें उन्होंने कथित साजिशकर्ताओं का नाम लिया। तो वहीं शहबाज सरकार की आलोचना करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अली हैदर जैदी ने कहा कि पुलिस असली दोषियों को पकड़ने और देश के कुलीन नागरिकों को परेशान करने में बुरी तरह विफल रही है। जैदी ने कहा कि अगर वे दोषियों को गिरफ्तार करना चाहते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री आवास को घेर लेना चाहिए।
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इस बीच, शुक्रवार को पूर्व संघीय मंत्री और पीटीआई के केंद्रीय नेता असद उमर ने दावा किया कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सुरक्षा के बारे में चेतावनी मिली है और अगर उनकी पार्टी के अध्यक्ष को कुछ होता है तो वे शहबाज की सरकार के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी समाचार कार्यक्रम में एक साक्षात्कार में बोलते हुए, पीटीआई नेता ने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें फोन किया था कि इमरान खान की जान खतरे में है और पीटीआई अध्यक्ष की सुरक्षा के बारे में धमकी का अलर्ट भी प्राप्त हुआ था। यह भी पढ़ें