नई दिल्ली

Ovarian Cancer Symptoms – जाने ओवेरियन कैंसर के लक्षण और कारण

जब ओवरी में बनने वाली सेल्स की असामान्य वृद्धि होती है तो वो ओवेरियन कैंसर का रूप ले लेती है। जाने ओवेरियन कैंसर के लक्षण और कारण।

नई दिल्लीSep 09, 2021 / 03:45 pm

Sandhya Jha

Ovarian Cancer Symptoms – जाने ओवेरियन कैंसर के लक्षण और कारण

Ovarian cancer symptoms – कैंसर तब शुरू होता है जब शरीर में सेल्स नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। शरीर के लगभग किसी भी हिस्से की सेल्स कैंसर बन सकती हैं और फैल सकती हैं। माना जाता था कि ओवेरियन कैंसर ओवरी में शुरू होते हैं, लेकिन हाल में हुए स्टडी ये बताते हैं कि कई ओवरी के कैंसर वास्तव में फैलोपियन ट्यूब के अंत में सेल्स में शुरू हो सकते हैं।
ओवेरियन कैंसर के इलाज में आमतौर पर सर्जरी और कीमोथेरेपी शामिल होती है।

ओवेरियन कैंसर के लक्षण

जब ओवेरियन कैंसर विकसित होना शुरू होता है, तो कोई प्रमुख लक्षण नहीं दीखता। लेकिन ओवेरियन कैंसर के आम लक्षणों में शामिल है :
पेट में सूजन

भूख न लगना

वजन घटना

पेट के निचले भाग में दर्द

थकान

पीठ दर्द

कब्ज

बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता


ओवेरियन कैंसर का कारण
यह स्पष्ट नहीं है कि ओवेरियन कैंसर का क्या कारण है, हालांकि डॉक्टरों ने उन चीजों की पहचान की है जो इस बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

डॉक्टर बताते हैं कि ओवेरियन कैंसर तब शुरू होता है जब ओवरी में या उसके आस-पास की सेल्स अपने डीएनए में परिवर्तन (म्यूटेशन) विकसित करती हैं।म्यूटेशन सेल्स के तेज़ी से बढ़ने और बाकि सेल्स के इन्फेक्ट होने से कैंसर सेल्स या ट्यूमर बनता है। कैंसर सेल्स आस-पास के टिशुस पर आक्रमण कर शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं या मेटास्टेसिस कर सकते हैं।

रिस्क फैक्टर

ओवेरियन कैंसर के जोखिम को बढ़ाने वाले फैक्टर्स हैं:

उम्र: जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ता जाता है। ये अधिकतर बड़े उम्र की औरतों में देखा जाता है।
जीन परिवर्तन : ओवेरियन कैंसर का एक छोटा प्रतिशत आपके माता-पिता से विरासत में मिले जीन के कारण होता है। ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले जीन में BRC 1 और BRC 2 शामिल हैं। ये जीन ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को भी बढ़ाते हैं।
ओवेरियन कैंसर की फॅमिली हिस्ट्री : अगर आपके रक्त संबंधी हैं जिन्हें ओवेरियन कैंसर डाइग्नोस किया गया है, तो आपको इस बीमारी का खतरा हो सकता है।

अधिक वजन या मोटापा : अधिक वजन या मोटापा होने से ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
पोस्टमेनोपॉज़ल हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी : मेनोपॉज़ के संकेतों और लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने से भी ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

पीरियड्स शुरू और ख़त्म होने की उम्र : कम उम्र में पीरियड्स शुरू होना या देर से , मेनोपॉज़ होना, या दोनों, ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
ओवेरियन कैंसर का निवारण

ओवेरियन कैंसर को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है। लेकिन आपके जोखिम को कम करने के तरीके हो सकते हैं:

गर्भनिरोधक गोलियां :

अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या गर्भनिरोधक गोलियां आपके लिए सही हो सकती हैं। गर्भनिरोधक गोलियां लेने से ओवेरियन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। लेकिन इन दवाओं के साइड इफ़ेक्ट होते हैं, इसलिए डॉक्टर से बात कर के ही इसका इस्तेमाल करें।
अपने डॉक्टर से अपने रिस्क फैक्टर्स पर सलाह ले :

यदि आपके परिवार में ब्रैस्ट कैंसर और ओवेरियन कैंसर का इतिहास है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। आपका डॉक्टर यह बता सकता है कि इससे आपको कैंसर होने के क्या रिस्क है। आपको एक जेनेटिक काउंसेलर के पास भेजा जा सकता है जो यह तय करने में आपकी सहायता कर सकता है कि जेनेटिक टेस्ट आपके लिए सही हो सकता है या नहीं। यदि आप में जीन परिवर्तन पाया जाता है जो आपके ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ाता है, तो आप कैंसर को रोकने के लिए अपने ओवरी को हटाने के लिए सर्जरी पर डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

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