कहां से शुरू हुआ विवाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे थे। वहीं महाराष्ट्र की उद्धव सरकार कोरोना का हवाला देकर इसका विरोध कर रही थी। यही नहीं महाराष्ट्र के कई हिस्सों में इन रैलियों में कोरोना नियमों का उल्लंघन करने पर मुकदमें भी दर्ज हुए। इसी दौरान जन आशीर्वाद रैली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नारायण राणे ने राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
राणे ने कहा उद्धव को मारता थप्पड़ राणे ने कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री स्वतंत्रता के वर्ष को नहीं जानते हैं। वह अपने भाषण के दौरान आजादी के वर्षों की गिनती के बारे में पूछने के लिए पीछे हट गए। अगर मैं वहां होता, तो मैं उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता। उनकी इस टिप्पणी ने शिवसेना को नाराज कर दिया था और पार्टी ने तीन शहरों में एफआईआर दर्ज कराई थी।
नहीं थम रही जुबानी जंग इसके बाद में मंगलवार रात को राज्य के संगमेश्वर में राणे को अरेस्ट कर लिया गया। हालांकि राणे को रात में ही महाड अदालत ने जमानत दे दी। इसके बाद भी शिवसेना और नारायण राणे के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। अब नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने शिवसेना पर हमला किया है।