मीता राजीवलोचन ने कहा कि पौष्टिक भोजन से ही उच्च रोग-प्रतिरोधक क्षमता संभव है। वहीं, बलराम पाणी ने बताया पौष्टिक आहार के लिए पोषण संबंधी ज्ञान और पोषक तत्वों का सही तरीके से प्राप्त करना जरूरी है। डायरेक्टर प्रो गीता भट्ट ने सभी को एनसीवेब की स्थापना के उद्देश्य, उपलब्धियों एवं नवाचारों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह को वर्ष 2018 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। रजनी अब्बी ने स्वयं की आवश्यकता के अनुसार एवं मौसम के अनुरूप ही भोज्य पदार्थों के सेवन पर बल दिया। प्रो डॉ विकास गुप्ता ने कहा कि अच्छे पोषक तत्त्व ही हमें सशक्त बना सकते हैं।
कार्यक्रम में पोषण संबंधी जागरूकता के लिए मातृ-शिशु पोषण, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य आदि विषयों पर छात्राओं और प्राध्यापकों के लिए तीन प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। इसमें पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता, पोषण शिक्षा के लिए ऑडियो-विजुअल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। साथ ही सांस्कृतिक एवं पारम्परिक पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता शामिल थीं। कार्यक्रम में सभी एनसीवेब कॉलेज सेंटर के 500 से अधिक छात्राएं, प्रोफेसर और पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही कई छात्रो ने न्यूट्र्रीशन से जुड़े हुए कई बेहतरीन पोस्टर भी तैयार किए। जिन्हें पुरस्कृत भी किया गया।