लगातार की जा रही मांग सांसद ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग लगातार की जाती रही है। साहित्य अकादमी वविश्वविद्यालय अनुदान आयोग राजस्थानी भाषा को एक अलग भाषा के रूप में मान्यता देते हैं। राजस्थानी भाषा राजस्थान राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में भी पढ़ाई जाती है। फिर भी, राजस्थानी भाषा को राष्ट्रीय मान्यता नहीं दी गई है।