दरअसल, वैश्विक कीमतों में तेजी से गिरावट को देखते हुए केंद्र सरकार ने बुधवार को सभी एडिबल ऑयल बनाने वाली कंपनियों और प्रमुख निर्माताओं की एक बैठक बुलाई थी। इस बेठक में खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कंपनियों को तेल की कीमतों में गिरावट का लाभ कस्टमर्स को देने को कहा था। डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन ने खाद्य तेल कंपनियों को निर्देश दिए थे कि वे खाने के तेल के दामों में एक सप्ताह के अंदर 10 रुपये प्रति लीटर तक कम करें।
इसके अलावा सरकार ने कंपनियों से कहा है कि वे एक ही ब्रांड के खाद्य तेल के लिए पूरे देश में समान MRP रखें। साथ ही सरकार ने तेल कंपनियों से कहा है कि खाने के तेल के पैकेट में प्रिंट किए गए वजन की तुलना में कम मात्रा मिलने की उपभोक्ताओं की शिकायतों को जल्द से जल्द दूर करें। सरकार के मुताबिक, कीमतों में आगे 10 से 15 प्रतिशत की कमी आ सकती है।
आपको बता दें, भारत अपने एडिबल ऑयल की जरूरत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है। बीते कुछ महीनों में वैश्विक बाजार में खाने के तेल के दाम तेजी से बढ़े थे, जिसके चलते बाजार में कंपनियों ने भी कीमतों में बढ़ोतरी की थी। लेकिन अब विदेशों में भाव मजबूत होने से सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन,बिनौला, सीपीओ और पामोलीन तेल में सुधार दर्ज हुआ।
यह भी पढ़ें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को पटना जाएंगे, बिहार विधानसभा का दौरा करने वाले होंगे पहले पीएम
गौरतलब है कि मदर डेयरी धारा ब्रांड के तहत एडिबल ऑयल की भी बिक्री करती है। कंपनी ने कहा, उपभोक्ताओं को सरकार के फैसले का लाभ देते हुए हमने धारा सोयाबीन तेल और धारा राइसब्रान ऑयल के MRP को 14 रुपये प्रति लीटर तक कम कर दिया है, जो अगले सप्ताह तक बाजार में उपलब्ध होगा। वहीं अगले 15-20 दिनों में सूरजमुखी तेल के MRP में कमी होने की उम्मीद है। वहीं कीमतों में कटौती के बाद धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल 194 रुपये प्रति लीटर की मौजूदा कीमत की तुलना में 180 रुपये प्रति लीटर में उपलब्ध होगा। साथ ही धारा रिफाइंड राइस ब्रान तेल की कीमत 194 रुपये प्रति लीटर से घटकर 185 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी।
यह भी पढ़ें