खुफिया अलर्ट में कहा गया कि पंजाब के किसी भी कोर्ट परिसर में इस तरह के हमले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों ने बताया कि जर्मनी में रह रहे खालिस्तानी आतंकी जसविंदर सिंह मुल्तानी से जुड़े कुछ चैट खुफिया एजेंसियों के हाथ लगे हैं। इनके आधार पर यह अलर्ट जारी किया गया है। मुल्तानी पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने 10 लाख रुपए का इनाम रखा है।
खालिस्तानी आतंकियों ने 23 दिसंबर, 2021 दिसंबर में लुधियाना के कोर्ट परिसर में धमाका किया था। इस ब्लास्ट में एक शख्स की मौत हो गई थी और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे? आशंका जताई गई थी कि मृतक खुद हमलावर था। धमाके से इमारत के एक हिस्से को बड़ा नुकसान पहुंचा था।
इस मामले में पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इस साल मई में एक नाबालिग समेत 5 को गिरफ्तार किया था। एनआइए ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के सदस्य मुल्तानी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। मुल्तानी को पिछले साल 28 दिसंबर को भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर जर्मनी ने हिरासत में लिया था। हालांकि, उसे बाद में छोड़ दिया। एनआइए के मुताबिक, लुधियाना ब्लास्ट का मास्टरमाइंड मुल्तानी ही था। उसने पाकिस्तान स्थित अपने कॉन्टैक्ट्स की मदद से लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था की थी।
अदालतें आतंकियों के निशाने पर अदालतें काफी समय से आतंकियों के निशाने पर रही हैं। दिल्ली में 7 सितंबर 2011 को हाई कोर्ट के गेट नंबर 5 के बाहर हुए विस्फोट में 15 लोगों की मौत हुई थी और 79 जख्मी हुए थे। उसके बाद से ही दिल्ली पुलिस कई बार अदालतों की सुरक्षा की समीक्षा करती रही है। नए साल के जश्न को लेकर पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है। एक अधिकारी ने बताया कि 18000 से ज्यादा पुलिसवालों को तैनात किया गया है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा कड़ी की गई है।