आपको बता दें कि केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “अगर दिल्ली में सीसीटीवी लगे होंगे तो भाजपा व कांग्रेस को चुनावों के दौरान शराब व पैसे बांटने में दिक्कत होगी। बीते रोज भाजपा के एक नेता ने कहा कि उप राज्यपाल से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि लोकसभा चुनावों से पहले कैमरे नहीं लगने पाएं।” इसके अलावा केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट किया जिसमें उन्होंने भाजपा-कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। भाजपा और कांग्रेस से सवाल पूछते हुए लिखा कि “भाजपा व कांग्रेस को बताना चाहिए कि वे कैमरा लगाने के क्यों खिलाफ हैं।”
दिल्ली में CCTV पर जंग: केजरीवाल ने फाड़ी थी एलजी की रिपोर्ट, अब मिला जवाब
केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान सीसीटीवी लगाने की घोषणा की थी
आपको बचा दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने चुनावी घोषणा में कहा था कि यदि वे सत्ता में आएंगे तो पूरी दिल्ली में डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। अब अगला चुनाव होने में कुछ महीने शेष बचे हैं और केजरीवाल सरकार अपने वादे को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं। भले ही इसे चुनावी चाल कहें लेकिन इस दिशा में कदम बढ़ाया जाना दिल्ली वालों के लिए एक अच्छी खबर है।
दिल्ली पुलिस सार्वजनिक जगहों की सभी सीसीटीवी की संरक्षक होगी
आपको बता दें कि बीते सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को सीसीटीवी परियोजना के लिए अनुमति दी। सबसे बड़ी बात यह है कि केजरीवाल ने अधिकारियों को यह इजाजत उप राज्यपाल की ओर से गठित एक कमेटी की रिपोर्ट को खारिज करने के बाद दी है। कमेटी के इस मसौदे में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस राजधानी के सार्वजनिक जगहों की सभी सीसीटीवी की संरक्षक होगी। इसमें आप सरकार की सीसीटीवी परियोजना भी शामिल होगी। इससे पहले रविवार को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में सीसीटीवी के मामले पर बुलाई गई बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने मंच पर से ही उपराज्यपाल की ओर से बनाई गई कमेटी के द्वारा पेश किया गया रिपोर्ट को फाड़ दिया था।