बताया जा रहा है कि बच्ची जन्म से ही मानसिक रूप से कमजोर थी और गूंगी-बहरी थी। बच्चे के मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण मां डिप्रेशन में थी। इससे तंग आकर उसने यह भयानक कदम उठाया, बच्चे को बालकनी से फेंक दिया और अपने बच्चे के प्रति जो ममता थी उसे वो एक पल के लिये भूल गई। ये घटना बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन के एसआर नगर के एक अपार्टमेंट में हुई।
सिर्फ यहीं नहीं, बच्चे को फेंकने के बाद मां ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन मरने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि, बच्ची को फेंकने के बाद, महिला रेलिंग पर चढ़ गई और कुछ सेकंड के लिए उसी पर बैठी रही। महिला को रेलिंग पर बैठा देखकर आसपास के लोगों ने उसे खींच कर बचा लिया।
कहा जा रहा है कि कुछ महीने पहले इस महिला ने अपने बच्चे को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया था। फिर पिता ने बच्चे की तलाश की और बच्चे को घर ले आया। आरोपी महिलाडेंटिस्ट के तौर पर प्रैक्टिस कर रही है और बच्ची के पिता एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। इस घटना को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मां ने जानबूझकर बच्चे को बालकनी से फेंका और हमने मां को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी मां से पूछताछ कर रही है।
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