पथराव शुरू होते ही धड़ाधड़ दुकानों के शटर गिरने लगे, सड़क पर सन्नाटा छा गया। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। विवाद की शुरुआत बाइक गिरने को लेकर हुई या पार्किंग को लेकर, यह स्पष्ट नहीं है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मामला छेड़छाड़ का था।
बताया जा रहा है कि यह घटना तब शुरु हुए जब एक युवक ने एक दूसरे समुदाय की दुकान के पास अपनी बाइक खड़ी की थी जिसे किसी ने धकेल कर जानबूझकर गिरा दिया। इस पर वहां मौजूद व्यक्ति और बाइक वाले में बहस शुरू हो गई। देखते-देखते दोनों ओर से काफी संख्या में लोग जुट गए।
हालांकि फिलहाल स्थिति काबू में है। डीएसपी मुख्यालय संजय कुमार राणा ने कहा कि अब तक जो जानकारी मिली, उसके अनुसार बाइक गिराने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद दो समुदायों के बीच पथराव शुरू हो गया। मौके पर जिला प्रशासन दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची और इस घटना में शामिल लोगों को खदेड़ा। मौके पर एस एस पी हरीश बिन जमा, डी एस पी संजय राणा, एस डी पी ओ अनिल सिंह, समेत काफी संख्या में पुलिस जवान मौजूद थे। अब पुलिस उपद्रवियों को पकड़ने के लिए छापेमारी में जुट गई है।
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आपको बता दें, झारखंड के रांची में शुक्रवार 10 जून को हुए हंगामे के बाद रविवार को 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगाई गई थी, अब हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। इस दिन हुई हिंसा की घटना के बाद अब धीरे धीरे स्थिति सामान्य होने लगी है। स्थिति में सुधार को देखते हुए जिला प्रशासन ने ढील देते हुए शहर के छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा वापस ले ली है। हालांकि संवेदनशील क्षेत्र माने जानेवाले रांची के हिंदपीढ़ी, डेली मार्केट, कोतवाली, लोअर बाजार,चुटिया और डोरंडा थाना क्षेत्र में ही अब सिर्फ धारा 144 लागू रहेगी। यह भी पढ़ें