त्यागराज नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में पहांडी बीज अनुष्ठान में चारों विग्रहों को झूला झुलाते हुए मंदिर के बाहर लाकर पंडों व भक्तों ने रथ पर निर्धारित स्थानों पर स्थापित किया। मध्याह्न धूप समारोह के बाद ऑयल इंडिया के पूर्व निदेशक सुधाकर महापात्रा की अगुवाई में छेरा पन्हारा अनुष्ठान किया गया। इसके बाद पारम्परिक रथ यात्रा निकाली गई।
रथ यात्रा महोत्सव में हजारों की संख्या में शामिल हुए भक्तों ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के रथ खींचने की परम्परा का निर्वाह किया। रथ यात्रा जगन्नाथ मार्ग, आईएनए मार्केट, कश्मीर मार्केट, आईएनए मेट्रो स्टेशन व राज्यसभा कर्मचारी आवासीय परिसर होते हुए त्यागराज नगर सरकार के परिसर में विशेष रूप से बनाए गए मौसी मंदिर पहुंची। ओडिशा आर्ट एंड कल्चरल सेंटर के महासचिव केडी बिस्वाल के अनुसार नौ दिन चलने वाले महोत्सव के दौरान मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि त्यागराज नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर दिल्ली-एनसीआर के पुराने मंदिरों में शामिल हैं। यहां पिछले 56 सालों से लगातार रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। कोरोनाकाल में भी यहां सांकेतिक रूप से महोत्सव मनाया गया था।
केंद्रीय मंत्री भी हुए शामिल
रथ यात्रा महोत्सव में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, दिल्ली सरकार की मंत्री कुसुमलता रमेश, विधायक मदनलाल, दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार समेत कई गणमान्य नागरिकों ने भी रथ खींचा। ओडिशा के प्रसिद्ध टीवी कलाकार कुन्ना त्रिपाठी को भी देखने भीड़ उमड़ पड़ी।