राजस्थान रॉयल्स के लिए एक राहत भरी खबर है कि उनके कप्तान स्टीव स्मिथ पूरी तरह फिट हैं। वहीं सीएसके भी एक मैच जीतकर उत्साह से लबरेज है। ये मुकाबला शारजाह में हो रहा है। इस सीजन में शारजाह में कुल 14 मुकाबले होने हैं, ये मंगवार को होने जा रहा मुकाबला इस सीजन का पहला मैच है।
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शारजाह का जिस मैदान पर मैच होने जा रहा है उसे वर्ष 1982 में बनाया गया था। मैदान काफी छोटा है, यहां दर्शकों के बैठने की क्षमता सिर्फ 16 हजार ही है। इस मैदान पर कई यादगार पारियां खेली गई हैं, खास तौर पर सचिन तेंदुलकर की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई तूफानी पारी इसी मैदान पर थी।
शारजाह का जिस मैदान पर मैच होने जा रहा है उसे वर्ष 1982 में बनाया गया था। मैदान काफी छोटा है, यहां दर्शकों के बैठने की क्षमता सिर्फ 16 हजार ही है। इस मैदान पर कई यादगार पारियां खेली गई हैं, खास तौर पर सचिन तेंदुलकर की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई तूफानी पारी इसी मैदान पर थी।
शारजाह मैदान में बने कई रिकॉर्ड
– 9 टेस्ट मैच के साथ 241 वनडे मैच खेले जा चुके हैं
– 13 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं, जिसमें पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 9 बार मुकाबले जीते
– दूसरी बल्लबेाजी करने वाली टीम को 4 बार जीती है
– पहले पारी का औसतन स्कोर यहां 149 का रहा है जबकि दूसरी पारी का 131 रनों स्कोर रहा है
– सर्वाधिक स्कोर 215 का है (अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच)
– इस मैदान सबसे कम स्कोर 90 का है जो अफगानिस्तान और नीदरलैंड के बीच था
– 9 टेस्ट मैच के साथ 241 वनडे मैच खेले जा चुके हैं
– 13 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं, जिसमें पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 9 बार मुकाबले जीते
– दूसरी बल्लबेाजी करने वाली टीम को 4 बार जीती है
– पहले पारी का औसतन स्कोर यहां 149 का रहा है जबकि दूसरी पारी का 131 रनों स्कोर रहा है
– सर्वाधिक स्कोर 215 का है (अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच)
– इस मैदान सबसे कम स्कोर 90 का है जो अफगानिस्तान और नीदरलैंड के बीच था
आईपीएल के दौरान पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम इस मैदान पर जीतने में ज्यादा सफल रही है। यही वजह है कि जो टीम टॉस जीत लेगी, वो मैच जीतने की तरफ पहला कदम बढ़ा लेगी। हालांकि क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल है, लेकिन रिकॉर्ड तो यही बता रहे हैं, कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने ज्यादा जीत हासिल की है।
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शारजाह के पिच की बात करें तो यहां तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिली है। खासतौर से टी-20 क्रिकेट में यहां पेसर्स का बोलबाला रहा। पिछले रिकॉर्ड तो यही कहता है। 2018 से अब तक यहां करीब 64 फीसदी विकेट तो तेज गेंदबाजों ने ही निकाले हैं।
शारजाह के पिच की बात करें तो यहां तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिली है। खासतौर से टी-20 क्रिकेट में यहां पेसर्स का बोलबाला रहा। पिछले रिकॉर्ड तो यही कहता है। 2018 से अब तक यहां करीब 64 फीसदी विकेट तो तेज गेंदबाजों ने ही निकाले हैं।