वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के अधीन काम करने वाले कृषि एवं प्रसंस्करित खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण ने अगले माह पूरी दुनिया में बाजरा निर्यात को बढ़ावे का रोडमैप तैयार किया है। यह पहल संयुक्त राष्ट्र जनरल असेम्बली में साल 2023 को International Year of Millet घोषित होने के मद्देनजर की जा रही है। International Year of Millet 2023 के तहत घरेलू व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय बाजरा व इससे बनने वाले उत्पादों को आक्रामक ढंग से प्रचारित-प्रसारित किए जाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके तहत 16 अन्तरराष्ट्रीय व्यापार व एक्सपो तथा अन्य बी-टू-बी मीटिंगों में बाजारा उत्पादक किसानों, निर्यातकों व व्यापारियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्राधिकरण दक्षिण अफ्रीका, दुबई. जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, सिडनी, बेल्जियम, जर्मनी, ब्रिटेन व अमरीका जैसे देशों में बी-टू-बी मीटिंग, फूड फेस्टिवल, रोड शो जैसी बाजरा संवर्धन गतिविधियों का आयोजन करेगा। साथ ही गल्फूड-2023, फूडेक्स, सिओल फूड एंड होटल शो, फाइन फूड शो सिडनी, जर्मनी के बायोफैच एंड अनूगा फूड फेयर और सेन फ्रांसिस्को के विंटर फैंसी फूड में भी बाजरा व इससे बने उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि साल 2021-22 में भारत में बाजरा उत्पादन पिछले साल के मुकाबले लगभग 27 फीसदी बढ़ा है, लेकिन निर्यात के मामले में अब भी आंकड़ा उत्साहजनक नहीं है। उत्पादन का महज एक फीसदी तक निर्यात होता है।
फैक्ट फाइल
5वां सबसे बड़ा उत्पादक देश है भारत
12 मिलियन मैट्रिक टन बाजरा का होता है उत्पादन
41 फीसदी वैश्विक भागीदारी है बाजरा उत्पादन में
34.32 मिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात 2021-22 में