दो हफ्तों में बूस्टर डोज पर होगा फैसला
केंद्र सरकार की राष्ट्रीय टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने सोमवार को इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन के बूस्टर डोज के अलावा एडिशनल खुराक पर एक व्यापक नीति की घोषणा 2 सप्ताह में की जाएगी। डॉ. अरोड़ा का कहना है कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (एनटीएजीआई) अगले दो हफ्तों में बूस्टर और अतिरिक्त खुराक पर एक व्यापक नीति तैयार करेगा।
केंद्र सरकार की राष्ट्रीय टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने सोमवार को इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन के बूस्टर डोज के अलावा एडिशनल खुराक पर एक व्यापक नीति की घोषणा 2 सप्ताह में की जाएगी। डॉ. अरोड़ा का कहना है कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (एनटीएजीआई) अगले दो हफ्तों में बूस्टर और अतिरिक्त खुराक पर एक व्यापक नीति तैयार करेगा।
उन्होंने बताया कि इस नीति में यह बताया जाएगा कि कब, किसे और कैसे टीके की जरूरत होगी। टास्क फोर्स के अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर इस संबंध में फैसला लिया जा रहा है। वहीं इसके बारे में ज्यादा जानकारी जल्द ही दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने कोरोना के मौजूदा टीकों की नए वेरिएंट पर प्रभावशीलता पर भी बात की। डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। समय के साथ सारी चीजों सामने आ जाएंगी।
डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि ‘बूस्टर खुराक और एडिशनल खुराक के बीच एक अंतर है। एक बूस्टर खुराक दो प्राथमिक खुराक के बाद एक पूर्वनिर्धारित अवधि में दी जाती है। वहीं एक एडिशनल खुराक केवल उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें पहली खुराक के बाद भी उनके इम्युन फंक्शन में समस्या होती है। उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति की इम्युन फंक्शन ठीक से नहीं बनता है तो आप उसे अतिरिक्त खुराक दें।
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