बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने नेपाल की जलविद्युत विकास परियोजनाओं में भारतीय कंपनियों की अधिक भागीदारी पर भी सहमति व्यक्त की है और अब नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस का सदस्य बन गया है। इस समझौते के तहत नेपाल अपनी अतिरिक्त बिजली भारत को निर्यात कर रहा है और यह नेपाल के आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान देगा। इससे हमारे क्षेत्र में टिकाऊ, किफायती और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा भारत का पॉपुलर सर्विस RuPay कार्ड अब नेपाल में भी काम करेगा। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, “नेपाल में Rupay कार्ड की शुरुआत हमारी फाइनेंशियल क्नेक्टिविटी में एक नया अध्याय जोड़ेगी। अन्य प्रोजेक्ट जैसे नेपाल पुलिस अकेडमी, नेपालगंज में एकीकृत चेकपोस्ट और रामायण सर्किट आदि भी दोनों देशों को और करीब लाएंगे।”
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देउबा की तारीफ करते हुए कहा कि वे भारत के पुराने मित्र हैं और उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पीएम ने कहा कि भारत नेपाल की शांति, समृद्धि और विकास की यात्रा में एक दृढ़ साथी रहा है और आगे भी हमेशा रहेगा।
इस मौके पर नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा ने कहा, “मैं वास्तव में नेपाल और नेपाली लोगों के लिए आपके प्यार और स्नेह की प्रशंसा करता हूं और मेरी आज की यात्रा इन सहज भावनाओं को और आगे बढ़ाएगी। आज हमने भारत-नेपाल संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर मैत्रीपूर्ण बातचीत और उपयोगी चर्चा की। हमने मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की प्रगति की मैं प्रशंसा करता हूं। हमने भारत के प्रभावी प्रबंधन को कोविड-19 के दौरान देखा है। भारत से प्राथमिक वैक्सीन सहायता के अलावा कोविड से निपटने के लिए दवाएं, चिकित्सा उपकरण और रसद प्राप्त की है।”
यह भी पढ़ें
यूट्यूबर भुवन बाम पर महंगी पड़ी महिलाओं के खिलाफ अश्लील कॉमेडी, NCW ने की FIR फाइल करने की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष ने इस बैठक में संयुक्त रूप से भारत की अनुदान सहायता के तहत निर्मित जयनगर (भारत) और कुर्था (नेपाल) के बीच सीमा पार यात्री ट्रेन सेवाओं का उद्घाटन भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच सुगम, बाधारहित आदान-प्रदान के लिए ऐसी योजनायें बेहतरीन योगदान देंगी। जयनगर-कुर्था खंड, 68.7 किलोमीटर लंबी बिजलपुर-बरदीदास रेल लिंक का हिस्सा है। इसे भारत सरकार की 8.77 अरब नेपाली रुपये की अनुदान सहायता के तहत बनाया जा रहा है। यह भी पढ़ें