सरकार इसलिए खोल रही निर्यात
जानकारी के मुताबिक राज्यों के पास बढ़ते कोरोना टीके के स्टाक के चलते सरकार बड़े पैमाने पर कोरोना टीके का निर्यात खोलने पर विचार कर रही है। बता दें कि पहले सरकार ने 31 दिसंबर के बाद टीकों का निर्यात शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की डोज की एक्पायरी डेट भी नजदीक आ रही है। यही वजह है कि सरकार तय समय से पहले टीका निर्यात खोलने पर विचार कर रही है।
जानकारी के मुताबिक राज्यों के पास बढ़ते कोरोना टीके के स्टाक के चलते सरकार बड़े पैमाने पर कोरोना टीके का निर्यात खोलने पर विचार कर रही है। बता दें कि पहले सरकार ने 31 दिसंबर के बाद टीकों का निर्यात शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की डोज की एक्पायरी डेट भी नजदीक आ रही है। यही वजह है कि सरकार तय समय से पहले टीका निर्यात खोलने पर विचार कर रही है।
कोरोना टीकाकरण की रफ्तार हुई धीमी
अगर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो सोमवार को राज्यों के पास 15 करोड़ 60 लाख से अधिक डोज स्टाक में थे। वहीं अगर प्रतिदिन टीकाकरण का औसत निकाला जाए तो नवंबर के सात दिनों में प्रतिदिन औसतन 30 लाख डोज ही लगाए गए। बता दें कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने हर घर दस्तक अभियान भी शुरू किया है। इसके लिए पीएम मोदी ने जिलों के अधिकारियों संग बैठक भी की थी, बावजूद इसके सरकार को वैक्सीन खराब होने की चिंता सता रही है।
अगर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो सोमवार को राज्यों के पास 15 करोड़ 60 लाख से अधिक डोज स्टाक में थे। वहीं अगर प्रतिदिन टीकाकरण का औसत निकाला जाए तो नवंबर के सात दिनों में प्रतिदिन औसतन 30 लाख डोज ही लगाए गए। बता दें कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने हर घर दस्तक अभियान भी शुरू किया है। इसके लिए पीएम मोदी ने जिलों के अधिकारियों संग बैठक भी की थी, बावजूद इसके सरकार को वैक्सीन खराब होने की चिंता सता रही है।
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