मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण जान-माल के भारी नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों तथा अन्य संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत, बचाव और पुनर्वास कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और राज्य की बचाव टीमों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए घटनास्थलों पर भेज दिया गया है। सभी घटनास्थलों पर राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं।
खबर मिली है कि मंडी जिला के कटोला क्षेत्र से कुछ आगे सेगली गांव में बाढ़ आने से 5 से 6 लोगों के लापता होने की आशंका है और एक 10 वर्षीय बच्चे का शव भी बरामद हुआ है। प्रशासन सभी लापता लोगों को ढूंढने का प्रयास कर रहा है। वहीं, चंबा जिला में चुवाड़ी के बनेट गांव में भूस्खलन के बाद तीन लोग लापता हो गए। राज्य के कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां से अभी सूचना नहीं मिल पा रही है। इससे दोपहर तक जानमाल का नुकसान और बढ़ने का अनुमान है।
स्थानीय मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 96 घंटे तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने हिमाचल में 25 अगस्त तक मौसम खराब रहने की बात कही है आज और कल भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य की अधिकांश नदियों पर बने बांध खतरे के निशान पर पहुंच गए हैं। मंडी जिला प्रशासन ने भारी बारिश की वजह से स्कूल बंद कर दिए हैं। चंबा और कुल्लू में भी कुछ स्कूलों को बंद किया गया है। बताया जा रहा है कि राज्य में बारिश से 1,135 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है। इस मानसून में सड़क हादसों, बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन में अब तक 217 लोगों की जान चली गई है।
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