बता दें कि हरीश रावत (Harish Rawat) मंगलवार यानि 31 अगस्त को दो दिवसीय दौरे पर पंजाब पहुंचे थे। उनका यह दौरा इसलिए भी महत्व रखता है कि पंजाब जाने से एक दिन पहले 30 अगस्त को उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। हालांकि इस मुलाकात में किस संबंध में चर्चा हुई इसको लेकर अधिक जानकारी तो नहीं मिली, लेकिन माना जा रहा है कि राहुल गांधी (Rahul gandhi) ने हरीश को पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह को शांत करने का मंत्र दिया है।
गौरतलब है कि हरीश रावत ने चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस भवन में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (sidhu) से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में हरीश (Harish Rawat) ने सिद्धू का पक्ष सुना है। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री (captain amrinder singh) पद से नहीं हटाया जाएगा और ना ही कैबिनेट का विस्तार होगा।
वहीं सिद्धू के सलाहाकारों पर दिए गए अपने बयान पर हरीश (harish rawat) बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पार्टी नेताओं की बैठक में कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ‘पंज प्यारे’ पर की गई अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (sidhu) और उनके अधीन चार कार्यकारी अध्यक्ष ‘पंज प्यारे’ की तरह हैं। इस टिप्पणी से रावत विवादों में आ गए थे। वहीं अकाली दल ने इसे धार्मिक अपमान करार दिया था। खास बात यह है कि जब हरीश रावत ये बात कह रहे थे, तब सिद्धू उनके पीछे खड़े मुस्कुरा रहे थे।
वहीं सिद्धू के सलाहाकारों पर दिए गए अपने बयान पर हरीश (harish rawat) बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पार्टी नेताओं की बैठक में कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ‘पंज प्यारे’ पर की गई अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (sidhu) और उनके अधीन चार कार्यकारी अध्यक्ष ‘पंज प्यारे’ की तरह हैं। इस टिप्पणी से रावत विवादों में आ गए थे। वहीं अकाली दल ने इसे धार्मिक अपमान करार दिया था। खास बात यह है कि जब हरीश रावत ये बात कह रहे थे, तब सिद्धू उनके पीछे खड़े मुस्कुरा रहे थे।
बता दें कि हरीश रावत आज ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (harish will meet captain) से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा अगर पंजाब कांग्रेस का कोई नेता उनसे मिलने की इच्छा रखता है तो इसके लिए उन्होंने सभी को खुला आमंत्रण दिया है। मीडिया से बात करते हुए हरीश ने कहा कि अगर कोई मुद्दा है, तो इसे हल किया जाएगा। मैं पंजाब में कुछ दिनों के लिए हूं। जो मुझसे मिलना चाहते हैं, उनका स्वागत है। इससे जाहिर होता है कि हरीश पार्टी में कलह को शांत करने के मूड से पंजाब आए हैं, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि वो अपने इस मिशन में कितना कामयाब होते हैं।