संयुक्त अरब अमीरात के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यूएई में इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए 5,885 लोगों की भीड़ जमा हुई थी। वहीं इस दौरान केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद थीं। ये उपलब्धि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय और एनआईडी फाउंडेशन ने हासिल की। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “मैं चडीगढ़ विश्वविद्यालय और NID फाउंडेशन को बधाई देना चाहूंगी। ये हम सभी के लिए गौरवान्वित होने का विषय है। हर व्यक्ति का मन एक ही भाव से परिपूर्ण हुआ कि हम जब तक जिंदा है तब तक तिरंगे की आन, बान, शान में अपने कर्तव्य से अपने आप को समर्पित रखेंगे।”
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (GWR) के अधिकारी स्वप्रिल डांगारीकर ने कहा कि इस रिकॉर्ड का टाइटल ‘लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज की सबसे बड़ी मानव छवि’ है। ऐसा ही एक रिकॉर्ड सालों पहले यूएई में बनाया गया था। आज, वह रिकॉर्ड टूट गया है, 5,885 लोगों की भागीदारी के लिए धन्यवाद।
चंडीगढ़ प्रशासन ने बताया गया कि सेक्टर 16 के क्रिकेट स्टेडियम में अलग-अलग स्कूलों से 7500 स्टूडेंट्स इकट्ठे हुए। इनमें 2500 बच्चे केसरी रंग के कपड़े पहने नजर आए। 2500 सफेद और 2500 हरे रंग के कपड़े पहने दिखे। यह सभी लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ के रूप में स्टेडियम में एकत्रित हुए। इन्हीं के बीच आशोक चक्र बनाया गया। इस तरह यह सभी छात्र मिलकर तिरंगा बनाया। ऐसे करने से चंडीगढ़ का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। आपको बता दें, चंडीगढ़ के इस रिकॉर्ड से पहले 2017 में ऐसा रिकॉर्ड यूएई में बनाया गया था। दुबई में 4130 लोगों ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया था। 28 नवंबर 2017 को GEMS एजुकेशन (UAE) की तरफ से दुबई के आबुधाबी में लोगों ने इसी तरह का ह्यूमन फ्लैग बनाया गया था।
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