93 करोड़ से ज्यादा पोर्टेबिलिटी लेन-देन दर्ज
तोमर ने बताया कि अगस्त-2019 में 4 राज्यों के बीच पोर्टेबिलिटी के एक देश-एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी। 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में इस योजना को शुरू किया जा चुका है, जिसमें लगभग 80 करोड़ एनएफएसए लाभार्थी यानी देश की लगभग शत-प्रतिशत एनएफएसए आबादी शामिल है। इसके तहत 93 करोड़ से ज्यादा पोर्टेबिलिटी लेन-देन दर्ज किए गए हैं, जिसमें 177 एलएमटी से अधिक खाद्यान्न वितरित किया गया है। इस वर्ष अब तक 39 करोड़ पोर्टेबिलिटी लेनदेन किए गए।
तोमर ने बताया कि अगस्त-2019 में 4 राज्यों के बीच पोर्टेबिलिटी के एक देश-एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी। 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में इस योजना को शुरू किया जा चुका है, जिसमें लगभग 80 करोड़ एनएफएसए लाभार्थी यानी देश की लगभग शत-प्रतिशत एनएफएसए आबादी शामिल है। इसके तहत 93 करोड़ से ज्यादा पोर्टेबिलिटी लेन-देन दर्ज किए गए हैं, जिसमें 177 एलएमटी से अधिक खाद्यान्न वितरित किया गया है। इस वर्ष अब तक 39 करोड़ पोर्टेबिलिटी लेनदेन किए गए।
खरीफ फसल खरीद: 8 साल में 132 प्रतिशत बढ़ोतरी केंद्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2022-23 के दौरान 4 दिसंबर 2022 तक 339.88 एलएमटी धान की खरीद की गई है, जिससे 70 हजार करोड़ रुपए के एमएसपी मूल्य के साथ लगभग 30 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। आठ साल में खऱीद मूल्य में 132 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि रबी खऱीद 2013-14 में 251 एलएमटी थी, जो 2021-22 में बढक़र 433.44 एलएमटी हो गई है। आठ साल में खऱीद मूल्य में 152 प्रतिशत की वृद्धि हुई है ।
चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत तोमर ने बताया कि भारतीय चीनी उद्योग से 5 करोड़ गन्ना किसान जुड़े हैं। आज भारतीय चीनी उद्योग का वार्षिक उत्पादन लगभग 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपए है। चीनी सीजन 2021-22 में भारत ने 110 एलएमटी से अधिक चीनी का निर्यात किया है और दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है।