केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मिनाक्षी लेखी ने मंगलवार को बताया कि रामायण मेले में इस बार इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, कंबोडिया, सिंगापुर व रसियन फैडरेशन के कलाकार वहां होने वाली रामलीला का प्रदर्शन करेंगे। आईसीसीआर की ओर से ‘रामायण परंपरा के माध्यम से दुनिया को जोड़ना’ विषयक बहुआयामी प्रस्तुति में सात देशों की रामलीला का लाइव बैले प्रदर्शन होगा। साथ ही कला और शिल्प प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएगी।
लेखी के अनुसार मेले की शुरुआत वाराणसी के थिएटर निर्देशक व्योमकेश शुक्ला निर्देशित ‘राम की शक्ति पूजा’ थीम पर भारतीय रामायण समूह की प्रस्तुति से होगी। इसमें महिलाओं को भगवान राम व लक्ष्मण की भूमिकाओं में पेश किया गया है। इसके बाद थाईलैंड की खोन नृत्य मंडली रामायण का प्रदर्शन करेगी, जिसमें सीता के अपहरण के आसपास का दृश्य दिखाया जाएगा। अगले दिन मलेशिया के ललित कला मंदिर की प्रस्तुति व लाओस के रॉयल बैले मंडली लुआंग प्रबांग की स्वर्ण मृग व सीता का अपहरण थीम पर आधारित ‘फ्रा-लाक फ्रा-लैम’ प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन पंडित अनुज मिश्रा रामचरितमानस पर आधारित प्रसिद्ध कथक नृत्य पेश करेंगे।
उन्होंने बताया कि रामायण मेले का समापन प्रसिद्ध मोहिनीअट्टम नृत्य प्रतिपादक जयप्रभा मेनन के ‘सीता उवाच’ विषयक नृत्य प्रदर्शन से होगा। इस दौरान श्रीलंका के पूर्वी विश्वविद्यालय के स्वामी विपुलानंद इंस्टीट्यूट ऑफ एस्थेटिक्स स्टडीज के छात्रों और सिंगापुर के कल्पवृक्ष समूह की मीरा बालासुब्रमण्यम व स्वाति थिरुनल हिंदुस्तानी शैली की संगीतमय कविता पर प्रस्तुति होगी।