नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को चंपराण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के समापण पर मोतिहारी पहुंचे। इस दौरान पीएम ने मंच से एक शख्स की जमकर तारीफ की। इतना ही नहीं मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनकी तरफ कैमरा तक मुड़वा दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर की, जिसकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे ऐसे शख्स हैं, जो खुद टॉयलेट साफ करते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं परमेश्वरन अय्यर के बार में 5 अहम बातें…
1. मूलरूप से दक्षिण भारत के तमिलनाडु के रहनेवाले परमेश्वरन अय्यर उत्तरप्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईएस अधिकारी हैं। महज सात साल (2009) तक सरकारी पद पर रहने के बाद परमेश्वरन अय्यर ने वोलेंटरी रिटायरमेंट ले ली। इसके बाद वो अपनी जिंदगी जीने के लिए अमेरिका शिफ्ट कर गए। हालांकि, 1998 से लेकर 2007 तक उन्होंने वर्ल्ड बैंक के साथ किया और फिर उनका साथ भी छोड़ दिया। लेकिन, 2009 में एक बार फिर वो वर्ल्ड बैंक से जुड़ गए। गौरतलब है कि अय्यर वर्ल्ड बैंक के पानी और सेनीटेस एक्सपर्ट थे।
2. भाजपा सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें अमेरिका से वापस भारत बुलाया। मोदी ने पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय में अय्यर को सचिव पद पर नियुक्त किया। 3. पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने जगह-जगह जाकर खुद शौचालय साफ किए थे। अय्यर को पानी आपूर्ति और सेनिटेशन सेक्टर में 20 साल से अधिक काम करने का अनुभव है। अय्यर को जल सूरज प्रोग्राम के लिए भी जाना जाता है।4
4. अय्यर ने भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी स्वच्छता के क्षेत्र में काम किया है। बतादें कि सचिव अय्यर ने वियतनाम जैसे देशों में भी वर्ल्ड बैंक के लिए काम किए हैं। 5. अय्यर ने अप्रैल 1998 से फरवरी 2006 तक संयुक्त राष्ट्र में वरिष्ठ ग्रामीण जल स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में काम किया था।
Hindi News / New Delhi / जानिए कौन हैं वो स्वच्छता सचिव, जिनके लिए पीएम मोदी ने तोड़ा प्रोटोकॉल