पुलिस ने सोमवार को उम्मीदवार गौड़ा की गिरफ्तारी की पुष्टि की, जिसने ऑब्जेक्टिव परीक्षा में 150 में से 141 अंक हासिल किए थे, जो की सभी उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा थे, लेकिन केवल 19 अंक, परीक्षा के निबंध परीक्षा में सबसे कम थे। पुरुषों की श्रेणी में तीसरे, चौथे और छठे से दसवीं रैंक प्राप्तकर्ता और महिलाओं में पहली रैंक धारक पर पुलिस ने ओएमआर उत्तर पुस्तिकाओं के फोरेंसिक विश्लेषण के आलोक में घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया था। मगर ऐसे किसी भी आरोप को नकार दिया गया।
परीक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद से ही कई उम्मीदवारों ने परीक्षा में अनियमितता के आरोप लगाने शुरू कर दिए। उम्मीदवारों का कहना था कि कई ने भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में खराब प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें बंपर अंक प्राप्त हुए थे। ऐसे किसी भी आरोप को नकार दिया गया।
गौरतलब है की, कर्नाटक पुलिस भर्ती घोटाले में बेंगलुरु की एक सत्र अदालत ने पिछले हफ्ते कई गिरफ्तार उम्मीदवारों की जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसमें कहा गया था कि इस घोटाले ने समाज के नैतिक ताने-बाने को प्रभावित किया है।
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आपको बता दें, जिन उम्मीदवारों को पहले ही घोटाले में आरोपी के रूप में नामित किया जा चुका है, उनमें शिवराजा जी (तीसरी रैंक), जागृत एस (चौथी रैंक), प्रवीण कुमार एचआर, रघुवीर एचयू, यशवंत गौड़ा एच, नारायण सीएम और नागेशगौड़ा सीएस (छठी-दसवीं रैंक) शामिल हैं। साथ ही महिलाओं में प्रथम रैंक धारक रचना एच का नाम भी शामिल है। जांच में उन उम्मीदवारों की गिरफ्तारी हुई है जिन्होंने हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के लिए पहला, दूसरा, सातवां, नौवां, 15वां और 17वां रैंक प्राप्त किया है।गौरतलब है की, कर्नाटक पुलिस भर्ती घोटाले में बेंगलुरु की एक सत्र अदालत ने पिछले हफ्ते कई गिरफ्तार उम्मीदवारों की जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसमें कहा गया था कि इस घोटाले ने समाज के नैतिक ताने-बाने को प्रभावित किया है।
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