पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दिसंबर तक बूथ से लेकर मंडल अध्यक्ष, प्रदेश इकाई और राष्ट्रीय कार्यसमिति का चुनाव होना है। भाजपा के संविधान के मुताबिक, आधे से अधिक राज्यों में संगठन चुनाव होने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन होता हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष नए साल में मकर संक्रांति के बाद कार्यभार संभाल सकते हैं।