कांच की बोतलों के पैक पदार्थों में भी… इससे पहले एक शोध में बताया गया था कि इंसान हर हफ्ते करीब पांच ग्राम माइक्रोप्लास्टिक का सेवन करते हैं, जो एक क्रेडिट कार्ड के वजन के बराबर है। कांच की बोतलों में पैक तरल पदार्थों में भी माइक्रोप्लास्टिक पाए गए। माइक्रोप्लास्टिक दुनियाभर में चिंता का कारण बने हुए हैं। इनसे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में हृदय रोग, हार्मोन असंतुलन और कैंसर शामिल है।
खतरे से बचने के विकल्प जरूरी शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग लंबे समय से प्लास्टिक की बोलतों से पानी पी रहे हैं, उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ हो सकता है। प्लास्टिक की बोतलों के बजाय लोगों को इसके विकल्प ढूंढने चाहिए, ताकि माइक्रोप्लास्टिक के खतरों से बचा जा सके। अनजाने में निगलने पर प्लास्टिक के ये सूक्ष्म कण आंतों और फेफड़ों में सेल्स बैरियर्स तोड़ सकते हैं।