आम आदमी पार्टी ने इस सीट से दुर्गेश पाठक को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने राजेश भाटिया पर भरोसा जताया था। 23 जून को हुए उपचुनाव में करीब 43.75 फीसदी वोटिंग हुई थी। 43.67 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं और 43.86 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया। वहीं गिनती में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को सबसे अधिक वोट मिले। वहीं भाजपा दूसरे स्थान पर रही।
दुर्गेश पाठक ने राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर 11,555 वोटों से बड़ी जीत हासिल की। इस बार भी आम आदमी पार्टी (AAP) ने उपचुनावों में शानदार प्रदर्शन किया है। शुरुआती काउंटिंग में आम आदमी पार्टी को बीजेपी कड़ी टक्कर देते दिखी लेकिन चार राउंड के बाद आम आदमी पार्टी ने बढ़त बना ली जिसके बाद अब विधायक दुर्गेश पाठक ने जीत हासिल कर ली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें जीत की बधाई दी।
राघव चढ्ढा ने दुर्गेश पाठक की जीत पर ट्वीट कर कहा, ‘मैं राजिंदर नगर विधानसभा क्षेत्र के सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं. आज की उपचुनाव जीत ‘केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस’ की पुष्टि है। मेरे भाई दुर्गेश पाठक को शुभकामनाएं।’
दुर्गेश पाठक ने 2020 में करावल नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने हरा दिया था। दुर्गेश मार्च 2017 तक पंजाब में पार्टी के इंचार्ज थे। इससे पहले भी ‘आप’ ने प्रत्याशी राघव चड्ढा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में बेहद आसानी से जीत हासिल की थी। वह दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने आए थे, लेकिन 2011 में जन लोकपाल आंदोलन से जुड़ गए। इसके बाद वो आम आदमी पार्टी में जुड़ गए।
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दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। 2015 और 2020 के चुनाव में इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली थी। राघव चड्ढा के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई इस सीट से दुर्गेश पाठक को चुनाव मैदान में उतारा। बता दें, 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राघव चड्ढा को जीत मिली थी। पिछले दिनों पंजाब चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने उन्हें पंजाब से राज्यसभा भेज दिया। राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से विधायक रहे राघव चढ्ढा ने राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। राघव चढ्ढा के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हुए।
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