ED सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपए की, संपत्ति जब्त कर चुकी है। कुर्क की गई अचल संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, स्वाति जैन, सुशीला जैन और इंदु जैन की हैं। जिसे आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी ने कुर्की किया है।
हवाला का मामला कोलकाता की कंपनी से जुड़ा बताया जा रहा है। ED के मुताबिक, जांच में पाया गया था कि 2015-16 के दौरान सत्येंद्र जैन एक लोकसेवक थे, तो उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को हवाला के जरिए कोलकाता बेस्ड एंट्री ऑपरेटरों को नकद ट्रांसफर के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। ईडी ने 2018 में शकूर बस्ती के AAP विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ की थी। तो वहीं ED का कहना है कि करप्शन में प्राप्त राशी का इस्तेमाल जैन ने जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद को लिए गए कर्ज की अदायगी के लिए किया गया था।
बताते चलें जैन, दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री हैं। दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन पेशे से आर्किटेक्ट हैं। सत्येंद्र को केजरीवाल का काफी करीबी नेता माना जाता है। यही वजह है कि केजरीवाल की छोटी कैबिनेट में उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां मिली हुई थीं। सत्येंद्र जैन ने अन्ना आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी। जिसके बाद जैन आम आदमी पार्टी से जुड़ गए थे।
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तीरी के बाद बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह ने ट्वीट कर आप पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “ईमानदारी का ढोंग रचने वाले अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ED ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया।”
प्रवेश सिंह ने एक अन्य ट्विट करके जानकारी दी, “दिल्ली सरकार भ्रष्टाचारियों का गढ़ बन चुकी है!पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री पहले ही भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं और अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का हवाला केस में गिरफ्तार होना साफ दर्शाता है कि सीएम अरविंद केजरीवाल का हाथ भ्रष्टाचारियों के साथ!”
इस गिरफ्तारी पर दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विट करके कहा, “सत्येंद्र जैन के ख़िलाफ़ 8 साल से एक फ़र्ज़ी केस चलाया जा रहा है. अभी तक कई बार ED बुला चुकी है। बीच में कई साल ED ने बुलाना भी बंद कर दिया था क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं। हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ़्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल न जा सकें। वे कुछ दिनों में छूट जाएँगे क्योंकि केस बिलकुल फ़र्ज़ी है।” तो वहीं इस मामले को लेकर कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा, “यह केस जब पहली बार आया था तो मैंने भरी PAC में सत्येंद्र जैन से जवाब मांगा था। ‘बौने’ ने उसे सपत्नीक मेरे सामने रोने-धोने के लिए बिठाया। मैंने कहा निजी संबंध अपनी जगह पर इसका जवाब दो, तो आजकल पंजाब का वसूली-प्रमुख बना नया ‘चिंटू’ कागज फैलाकर बोला ‘सर मैं CA हूं, कोई गड़बड़ नहीं है’।”