33 विभागों के साथ 5 सितंबर को होगी समीक्षा बैठक पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रेसवार्ता करते हुए जानकारी देते हुए बताया कि 5 सितंबर को सभी संबंधित 33 विभागों के साथ समीक्षा बैठक फिर से की जाएगी। इसके बाद निर्धारित फोकस बिंदुओं पर संयुक्त कार्य योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जन भागीदारी के द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करना हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य रहेगा। इस बैठक में एमसीडी, एनडीएमसी, कैंटोनमेंट बोर्ड, डीडीए, सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, पर्यावरण विभाग, विकास विभाग के सभी उच्च अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस बैठक का मुख्य मकसद दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में संयुक्त कार्य योजना का निर्माण करना है। 5 सितंबर को होने वाली बैठक में अलग अलग विभागों को विंटर एक्शन प्लान के तहत निर्धारित किये गए 15 फोकस बिंदुओं के आधार पर विशिष्ट कार्य सौंपे जाएंगे। जिसके अनुरूप दिल्ली सरकार इस वर्ष का विंटर एक्शन प्लान तैयार करेगी। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा गठित कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) द्वारा रिवाइज ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) दिल्ली में कैसे लागू किया जाए इस पर भी 5 सितंबर की बैठक में सभी विभागों के साथ चर्चा की जाएगी।
पराली जलाने की समस्या को रोकने के लिए होगा काम पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि 15 फोकस बिंदुओं में पहली पराली की समस्या है। आगामी दिनों में पराली जलाने की समस्या को केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा। दूसरा, धूल प्रदूषण है। तीसरा वाहनों से होने वाले प्रदूषण को केंद्रित करते हुए काम किया जाएगा। चौथा फोकस बिंदु जगह-जगह जलाए जाने वाला कूड़ा है। जाड़े के समय में हर इलाके में जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता हैं। पांचवां बिंदु औद्योगिक प्रदूषण है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा की दिल्ली के सभी पंजिकृत औद्योगिक इकाईयों को पीएनजी में कनवर्ट कर दिया गया हो। छठा बिंदु ग्रीन वॉर रूम एवं ग्रीन दिल्ली एप है। पिछले साल से ग्रीन वॉर रूम एवं ग्रीन एप पर काम किया जा रहा है। इस दौरान दिल्लीवासियों के ज़रिये ,हमे कई तरह के सुझाव आएं हैं, इसलिए हमने इसको और अपग्रेड करने का फैसला लिया है, ताकि हम और बेहतर तरीके से लोगों के साथ संवाद कर पाएं और उनकी शिकायतों पर उचित समय में कार्रवाही हो सकें।
प्रदूषण फैलने के कारणों का रियल टाइम में लगाया जाएगा पता पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हमारा सातवां फोकस बिंदु हॉटस्पॉट है। यह दिल्ली के वह इलाके है जहाँ सबसे ज्यादा लोगों को प्रदूषण का शिकार होना पड़ता है। आठवां फोकस बिंदु रियल टाइम अपोरशमेंट स्टडी है, जिसके द्वारा रियल टाइम प्रदूषण से संबंधित कारणों का पता चलेगा ।हमारा नवां फोकस बिंदु स्मॉग टावर है। दिल्ली के अंदर स्मॉग टावर बन कर तैयार हो चुके हैं। यह हमारे अध्ययन का मुख्य बिंदु रहेंगे। दसवां फोकस बिंदु ई वेस्ट इको पार्क है। भारत के पहले इको पार्क का निर्माण दिल्ली के होलंबी कला में किया जा रहा है। यह ईको पार्क है जीरो वेस्ट पॉलिसी के आधार पर कार्य करेगा। ग्यारवां फोकस बिंदु हरित क्षेत्र को बढ़ाना रहेगा। उन्होंने कहा कि विंटर एक्शन प्लान के तहत बारवां फोकस बिंदु अर्बन फार्मिंग है जिसके तहत दिल्ली में ग्रीन कवर बढ़ाने का कार्य किया जाएगा | तेहरवां फोकस बिंदु ईको क्लब एक्टिविटी एवं जन भागीदारी को बढ़ावा देना है | जिसके आधार पर स्कूलों में बने भिन्न इको क्लब के बच्चो के माध्यम से प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। चौदवां फोकस बिंदु पटाखे है | और अंत में पन्द्रवा फोकस बिंदु केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित रहेगा, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक संयुक्त कार्य किया जा सके। यह हमारे विंटर एक्शन प्लान के 15 फोकस बिंदु हैं, जिसके इर्द-गिर्द हम अपने आगे के प्लान को विकसित करेंगे।