दरअसल, 2011 में भी ये मछली जापान में नजर आई थी, इसके दिखने के बाद फुकुशिमा में भयंकर भूकंप आया आया था। उस समय ऐसी कई और भी घटनाएं हुईं थीं जिस वजह से इस मछली को श्रापित माना जाता है। इस मछली को कोलोसल साइज का ‘ओरफिश’ कहा जाता है और इसे लोग ‘किंग ऑफ द हेरिंग्स’ के नाम से भी जानते हैं। इसे चिली के समुद्री तट के किनारे से पकड़ा गया है। जैसे ही इसके पकड़े जाने की खबर आई, इसे देखने वालों की भीड़ लग गई।
चिली के एरिका में कुछ मछुआरे अपने जहाज से समुद्र में गए थे। उनका मकसद ऐसी मछलियों को पकड़ना था, जिसको लोग खाने के लिए खरीदते हैं। इस बीच उनके जाल में ये बड़ी मछली फंस गई। इस मछली के पकड़े जाने पर मछुआरों को उस समय ऐसा लगा कि उनके हाथ जैकपॉट लग गया है, मगर जब उसे लेकर वो किनारे पर पहुंचे और लोगों ने इसे देखा तो परेशान होने लगे।
चिली में इस मछली के दिखने पर लोग डरे हुए हैं। लोगों का मानना है कि इस मछली के चर्चे पौराणिक कथाओं में होते आए हैं। जिसके मुताबिक ये भविष्य को बताने के काम आती हैं। साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि अगर यह मछली दिखाई देती हैं तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। लोगों को भूकंप या कुछ और बड़ी अनहोनी होने का खतरा लग रहा है।
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लोगों का कहना है कि ओरफिश समुद्र के 200 से 1000 मीटर गहरे पानी में रहती है और यह सिर्फ बीमार होने पर, प्रजनन के समय या मरने के बाद ही सतह पर आती है। इस मछली की लंबी सिल्वर बॉडी दिखने में रिबन जैसी होती है। वीडियो में आप इस मछली को देख सकते हैं जो सिर पर लगे हुक से लटकी हुई है। इसे मछुआरों ने समुद्र तट के पास पकड़ा, ऐसे में ये समझ नहीं आ रहा कि ये वहां कैसे आई। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि समुद्र तट पर दिखने का मतलब है कि कुछ होने पर ही यह सतह पर आई है। कहा जाता है कि जब ये मछलियां सतह पर आना शुरू कर दें तो इसका मतलब है कि टेक्टोनिक प्लेट्स में गति हो रही है। तो वहीं दूसरी तरफ लोगों ने कहा कि मछलियां मौसम में बदलाव के कारण ही सतह पर लौटती हैं। कुछ लोगों का दावा है कि जब इनको भूकंप का अंदेशा होता है, तभी ये तट के किनारे आती हैं। खैर, इस मछली के सतह पर आने की वजह कुछ भी हो मगर वैज्ञानिक इन सभी बातों का हमेशा से खंडन करते आ रहे हैं।
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