डायबिटीज से पीडि़त चूहों को मिला आराम शोधकर्ताओं ने स्वस्थ वयस्क चूहों से एंडोमैक प्रोजेनिटर कोशिकाएं निकालकर प्रयोगशाला में उनकी कॉलोनी विकसित की। बाद में इन्हें डायबिटीज से पीडि़त ऐसे चूहों में इंजेक्ट किया गया, जो काफी समय से घाव से जूझ रहे थे। चूहों के घाव भरने लगे। शोध की मुख्य लेखक सानुरी लियानेज का कहना है कि ये कोशिकाएं पुराने घावों से जूझ रहे मरीजों के इलाज में गेमचेंजर साबित हो सकती हैं।
आसानी से की जा सकती हैं प्रत्यारोपित शोधकर्ताओं का कहना है कि एंडोमैक प्रोजेनिटर कोशिकाओं की खोज स्तनधारियों के शरीर के इलाज के बारे में हमारी समझ बढ़ाती है। इन कोशिकाओं के पास ‘पहचान टैग’ नहीं होते। इसलिए इन्हें आसानी से प्रत्यारोपित किया जा सकता है। प्रतिरक्षा तंत्र बाहरी चीज समझकर इन पर हमला नहीं करता।