बता दें, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता इलाके में चुनावी हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकरार की 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद 2 मई को हत्या करने के मामले में CBI ने अब TMC के विधायाक और स्वपन समादार को तलब किया है। 2 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के दिन ही अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी।
साल 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद राज्य में कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं हुई थीं। इस दौरान कोलकाता में अभिजीत सरकार की कथित तौर पर एक टेलीविजन केबल से गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। वह एकमात्र भाजपा कार्यकर्ता थे, जिनकी राज्य की राजधानी में चुनाव के बाद हुई हिंसा में मौत हो गई थी।
अभिजीत सरकार की मौत के तुरंत बाद ही उनके परिवार ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और CBI जांच की मांग की थी। उसके बाद सीबीआई पूरे मामले की जांच कर रही थी, लेकिन मृतक भाजपा कार्यकर्ता के बड़े भाई बिस्वजीत सरकार ने आरोप लगाया था कि बेलियाघाटा के विधायक परेश पास और पार्षद समाद्दार को अभी तक CBI कार्यालय नहीं बुलाया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है।
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परिवार ने लगातार आरोप लगाया था कि कोलकाता पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है और हत्या के लिए जिम्मेदार तृणमूल गुंडों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। जो न केवल खुले आम घूम रहे हैं, बल्कि परिवार के सदस्यों को धमकी भी दे रहे हैं। तो नहीं बड़े भाई बिस्वजीत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट औ कलकत्ता हाईकोर्ट में अभिजीत सरकार की मौत की जांच के लिए याचिकाएं दायर की थी। इस मांग को लेकर बिस्वजीत सरकार ने इस बाबत CBI कार्यालय सीजीओ कॉम्प्लेक्स के गेट के सामने भूख हड़ताल की थी। आज उन्हें CBi कार्यालय में साक्ष्य के कागजात लाने के लिए कहा गया है। पॉल उत्तरी कोलकाता के बेलियाघाट विधानसभा क्षेत्र से सत्तारूढ़ दल के विधायक हैं। 2021 के पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद उन्हें तलब किया गया था। तो वहीं CBI सूत्रों के मुताबिक पॉल को फिर से बुधवार (18 मई) को साल्ट लेक स्थित केंद्र सरकार के कार्यालय परिसर में CBI के कार्यालय में बुलाया गया है।
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