दिल्ली में प्रवासी मतदाता निर्णायक हैं। राजस्थान, पंजाब, एमपी, यूपी, बिहार, उत्तराखंड, महाराष्ट्र आदि राज्यों से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों के प्रवासियों की काफी संख्या यहां हैं। ऐसे में इन इलाकों में चुनाव प्रचार की कमान संबंधित राज्यों के नेताओं को देने की पार्टी ने रणनीति बनाई है। ताकि पार्टी अपनी बात ज्यादा सही तरीके से जनता तक पहुंचाने में सफल हो।