मदन मोहन झा को बिहार में कांग्रेस की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। हालांकि, मदन मोहन झा ने इस्तीफा से इनकार करते हुए कहा है कि उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात कर संगठन और पार्टी की भावी कार्यक्रमों पर चर्चा की है। जहां तक इस्तीफा की बात है, मदन मोहन झा ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस्तीफे की पेशकश की थी।
पार्टी के कद्दावर नेता और विधान परिषद सदस्य प्रेम चंद मिश्रा ने मदन मोहन झा के इस्तीफे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि झा ने अपना इस्तीफा सौंप दिया हैं। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। वही हीं इस्तीफा देने के बाद मदन मोहन झा ने कहा कि मैं 6 महीने पहले ही हाईकमान को बोल चुका हूं। मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है, किसी नए को अध्यक्ष बनाया जाए। इसमें इस्तीफा की क्या बात है। कोई नौकरी थोड़े है जो हटाए जाएंगे।
मदन मोहन झा के इस्तीफा के बाद पार्टी ने नए प्रदेश अध्यक्ष के नामों पर विचार करना शुरु कर दिया है। पार्टी सूत्रों की माने तो बिहार में कांग्रेस दलित या अल्पसंख्यक कोटे से किसी को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। लेकिन, भूमिहार कोटे से भी कई नाम चर्चा में हैं। तो वहीं पार्टी के दो वरिष्ठ नेता विधायक राजेश राम और विजय शंकर दुबे का ना अध्यक्ष के तौर पर चल रहा है। एक-दो दिनों में इसका औपचारिक एलान हो जाएगा।