ये घटना भोजपुर जिला के मुफस्सिल थाना इलाके के बरौली गांव की है, जहां दहेज लोभी ससुराल वालों ने विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी। उसके बाद शव को दफना दिया। फिर उसके बाद, पकड़े जाने के डर से फिर शव को खोदकर निकाला गया और उसे जलाने का प्रयास किया गया। हालांकि, लड़की के परिजनों को इस बात की भनक लग गई, ससुराल वाले भेद खुलने पर शव को अधजली अवस्था में ही छोड़कर फरार हो गए।
मौके पर पहुंचे परिजनों ने अधजले पैर में पायल और बिछिया देखकर अपनी बेटी की पहचान की, जिसके बाद इंसाफ के लिए विवाहिता के अधजले पैर को लेकर परिजन थाने पहुंच गए। बेटी को खो देने के बाद पिता ने थाने में रो-रोकर ससुरालवालों की हैवानियत बताई। पिता ने बताया, “मेरी बेटी के ससुराल के लोग इतने हैवान हो सकते हैं, यह सोचकर ही मेरी रूह कांप उठती है। शादी के बाद से ही बेटी को रोज मारते-पीटते थे।”
इसके आगे पिता ने बताया, “5 दिन पहले तो हद ही कर दी। उसे जलाकर मार डाला। बिटिया कहती रहती थी, पापा मुझे यहां से ले जाओ लेकिन मैं उसे बचा नहीं पाया। जब उसके पास पहुंचे तो वो जल चुकी थी। उसका केवल पैर बचा था।” विवाहिता के पिता अखिलेश बिंद ने मामले में पति समेत सास-ससुर को आरोपी बनाया गया है। इस दौरान पुलिस ने संदेश और चांदी थाना की सीमा से सटे विशुनपुर-अखगांव सोन नदी किनारे से महिला जिसका नाम ममता बताया जा रहा है, के जले शव का अवशेष बरामद किया है।
पिता ने बताया कि बेटी ममता की शादी मई 2021 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरौली गांव निवासी शत्रुघन बिंद के साथ हुई थी। ममता के माता-पिता मजदूरी करते थे, इसलिए वह बरौली गांव में ही अपने मामा के साथ रहती थीं। मई 2021 में ममता के मामा बिगन बिंद ने बड़े धूमधाम से गांव के ही शत्रुघन बिंद के साथ की उनकी शादी की थी। शादी के समय मायके पक्ष के लोगों ने शत्रुघ्न बिंद को दहेज के रूप में पैसे और अन्य सामान दिए थे। इसके बावजूद शत्रुघ्न शादी के बाद से ही ममता को मायकेवालों से 1 लाख रुपये मांगने के लिए प्रताड़ित करता था।
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पिता ने बताया कि बेटी ममता की शादी मई 2021 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरौली गांव निवासी शत्रुघन बिंद के साथ हुई थी। ममता के माता-पिता मजदूरी करते थे, इसलिए वह बरौली गांव में ही अपने मामा के साथ रहती थीं। मई 2021 में ममता के मामा बिगन बिंद ने बड़े धूमधाम से गांव के ही शत्रुघन बिंद के साथ की उनकी शादी की थी। शादी के समय मायके पक्ष के लोगों ने शत्रुघ्न बिंद को दहेज के रूप में पैसे और अन्य सामान दिए थे। इसके बावजूद शत्रुघ्न शादी के बाद से ही ममता को मायकेवालों से 1 लाख रुपये मांगने के लिए प्रताड़ित करता था।
मृतका के माम बिगन बेंद के अनुसार, महिला को उसके ससुराल वालों ने इसलिए मार डाला क्योंकि परिजन दहेज में 1 लाख रुपये देने में विफल रहे। आरोपियों ने हत्या के महिला के शव को दफना दिया, हालांकि, बाद में उन्होंने शव को बाहर निकाला और सबूत मिटाने के लिए सोन नदी के किनारे जलाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो वे पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और चिता की आग बुझाने का प्रयास किया, इस दौरान सबूत के तौर पर महिला के पैर का बायां हिस्सा ही निकालने में सफल हो पाए। वहीं अब घटना में बरामद अधजले पैर को पुलिस द्वारा फोरेंसिक जांच के लिए विधि-विज्ञान प्रयोगशाला पटना भेज दिया गया है।
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