फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यम हो, महिला किसान उत्पादक संघ हो या फिर दूसरे स्वयं सहायता समूह, बहनों के ऐसे लाखों समूहों के लिए 1,600 करोड़ रुपए से अधिक राशि भेजी गई है। जानकारी के मुताबिक पीएम ने पीएमएफएमई (पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइसेज) के तहत आने वाले 7,500 स्वयं सहायता समूहों को 25 करोड़ रुपए की आरंभिक धनराशि भी जारी की है। यह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की योजना है। इसी तरह मिशन के तहत आने वाले 75 एफपीओ (किसान उत्पादक संगठनों) को 4.13 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की।
पीएम ने मास्टर कृषि सखी से की बात इस दौरान पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश की मास्टर कृषि सखी चंपा सिंह से संवाद किया। बता दें कि मास्टर कृषि सखी चंपा सिंह विभिन्न राज्यों में कृषि सखी के रूप में कृषकों का सहयोग कर चुकी हैं। वे समूहों से जुड़कर स्वयं आत्मनिर्भर हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने गांव, जिला, प्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों में भी आजीविका सुदृढ़ीकरण के लिए उन्न्त कृषि तकनीक, जैविक पद्धति को अपनाने के लिए समूह सदस्यों और कृषकों को जागरुक किया है।
क्या है दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन यह ग्रामीण इलाकों के गरीब ग्रामीण परिवारों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने का एक मिशन है। यह क्रमबद्ध तरीके से किया जाता है और गांव के गरीबों को लंबे समय तक सहायता दी जाती है। जिससे वे अन्य तरह से भी अपनी आजीविका प्राप्त कर सकें और अपनी आय एवं जीवन के स्तर में सुधार ला सकें।
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