मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आशुतोष ने फिल्म में काम करने को लेकर अपनी इच्छा को जाहिर करते हुए कहा था कि यह आपके बचपन की कल्पना को जीने जैसा है। रेडिफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, निर्देशक शशिलाल नायर 75 फीसदी फिल्म पूरी होने के बाद इससे अलग हो गए थे। इससे फिल्म पर काम बंद हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि निर्माता राहुल गुप्ता ने इसे पूरा करने के लिए कुछ अन्य निर्देशकों से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन इससे कोई सफलता नहीं मिली थी।
कुछ महीनों बाद डायरेक्टर लतीफ बिन्नी ने इस प्रोजेक्ट के लिए हांमी भर दी। लगभग तीन सालों बाद एक बाद फिर फिल्म पर काम शुरू हुआ। फिल्म की शूटिंग विदेश में की जानी थी। टीम तय की हुई जगह पहुंच गई।
कुछ महीनों बाद डायरेक्टर लतीफ बिन्नी ने इस प्रोजेक्ट के लिए हांमी भर दी। लगभग तीन सालों बाद एक बाद फिर फिल्म पर काम शुरू हुआ। फिल्म की शूटिंग विदेश में की जानी थी। टीम तय की हुई जगह पहुंच गई।
एक्शन डायरेक्टर रवि दीवान ने डेक्कन क्रोनिकल को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि अक्सर फिल्ममेकर पैसा बचाने के चक्कर में इंडियन स्टंट मास्टर्स को सीरियसली नहीं लेते वो विदेशियों की ज़्यादा सुनते हैं और जो वो कहते हैं उन्हीं पर पैसे भी लगाते हैं। मुझे याद है साल 2003 में ऐश्वर्या राय और सुनील शेट्टी की फिल्म हम पंछी एक डाल के की शूटिंग के वक्त मैंने उस विदेशी लड़के स्कॉट से कहा था कि कैमरे को राफ्ट के ऊपर मत टिकाओ, मगर उसने मेरी नहीं सुनी और कैमरा पानी में गिर गया। ऐसी जगह गिरा कि दोबारा कभी मिला ही नहीं।
ऐश्वर्या ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में सुनील और शशिलाल के साथ काम करने को लेकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि सुनील बच्चों की तरह हैं- वे बहुत शरारती हैं। हम स्क्रीन पर आपस में लड़ते-झगड़ते हुए दिखाए गए हैं और ऑफ स्क्रीन भी हम एक-दूसरे के साथ नोक झोंक करते रहे हैं। शशि भी एक बच्चे जैसे हैं। वे गंभीर किस्म के इंसान नहीं है। इन दोनों के साथ काम करना, पिकनिक मनाने जैसा होता है।
ऐश्वर्या ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में सुनील और शशिलाल के साथ काम करने को लेकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि सुनील बच्चों की तरह हैं- वे बहुत शरारती हैं। हम स्क्रीन पर आपस में लड़ते-झगड़ते हुए दिखाए गए हैं और ऑफ स्क्रीन भी हम एक-दूसरे के साथ नोक झोंक करते रहे हैं। शशि भी एक बच्चे जैसे हैं। वे गंभीर किस्म के इंसान नहीं है। इन दोनों के साथ काम करना, पिकनिक मनाने जैसा होता है।