एक शख्स को मिला नोटों से भरा हुआ बैग, क्रिसमस गिफ्ट समझ मालिक को लौटाया रुशिना पेशे से टीचर हैं। वह 20 सितंबर 2019 के दिन मां बनी थी। तब उन्हें ख्याल आया था ना जाने कितनी ऐसी माएं होंगी जो अपने नवजात बच्चों को दूध नहीं पिला पाती होंगी। इसके बाद ही उन्होंने अपना दूध दान करने की ठानी थी। उन्होंने एक डॉक्टर से संपर्क किया, जो मिल्क बैंक प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं। अब तक वो करीब 12 लीटर दूध दान कर चुकी हैं। रुशिना चाहती हैं कि उनकी तरह दूसरी महिलाएं भी आगे आएं और इस नेक काम में अपना सहयोग दें। रुशिना के इस कदम से लोग और उनके घरवाले काफी खुश हैं। वो उन्हें सुपरमॉम कहकर बुलाते हैं।