पोरस प्रयोगशालाओं की बेहोश महिला श्रमिकों को एक बस में बिठाकर अस्पाताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि सभी महिला कर्मचारियों की हालत स्थिर है, सभी का इलाज चल रहा है। घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। घटना के बाद कंपनी के आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। लीकेज के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
सीएमओ ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गैस रिसाव के बारे में पूछताछ की है और अधिकारियों को बीमार लोगों को अच्छी चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का आदेश दिया है। सीएम ने स्थानीय मंत्री को घटनास्थल का दौरा करने का भी आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जानी चाहिए और इस तरह की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए।
आपको बता दें, हाल के दिनों में आंध्र प्रदेश से गैस रिसाव की यह पहली घटना नहीं है। 7 मई, 2020 को लगभग 2.30 बजे शुरू हुए गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत हो गई और पांच हजार से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। मरने वालों में 8 साल का एक छोटा बच्चा भी शामिल था।
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