दरअसल जावद नगर में बीते 4 दिनों से नगर वासी बंदर से खासे परेशान हो गए थे। चार दिनों के अंदर ही बंदर ने 12 से अधिक लोगों को घायल कर चुका है। इसके बाद वन विभाग की टीम ने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करवाया गया, जिसपर उज्जैन-इंदौर से स्पेशल वन विभाग की रेस्क्यू टीम पहुंची और दोनों बंदरों को चिन्हित किया। जिसमें से एक बंदर की पूंछ कटी थी तो वहीं दूसरे बंदर का पांव कटा था। जिसके बाद पूंछ कटे बंदर को बंदूक की सहायता से बेहोशी का इंजेक्शन देकर सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
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दूसरे बंदर की तलाश जारी
मिली जानकारी के अनुसार, बंदरों का व्यव्हार काफी हिंसक था, ऐसे में उनके रेस्क्यू में करीब 2 घंटे का समय लगा। वहीं वन विभाग के द्वारा बचे हुए एक और पागल बंदर को ढूंढा जा रहा है। रेस्क्यू किए गए बंदर को सुरक्षित जंगल में छुड़वा दिया गया है। वहीं, एक पागल बंदर के पकड़े जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है, जबकि दूसरे बंदर की तलाश की जा रही है।