स्पीड ट्रायल के दौरान ट्रेन में सीआरएस शर्मा के साथ ही प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर इलेक्ट्रीक संजीव भूटानी, रतलाम पश्चिम मंडल के डीआरएम विनित गुप्ता एवं चीफ इंजीनियर राजकुमार वानखेडे सहित तकनीकी टीम के अधिकारी सवार थे। जेके सीमेंट के पीछे स्थित सी केबीन के पास निर्मित ट्रेक से निरीक्षण ट्रेन में ये सभी अधिकारी सवार हो कर निरीक्षण के लिये सांयकाल 6.11 बजे रवाना हुए। चीफ इंजीनियर वानखेडे ने बताया कि ट्रेन 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलते हुए शम्भुपुरा स्टेशन क्रास कर 6.27 बजे चित्तौडगढ पहुंच गई। उन्होने बताया कि स्पीड ट्रायल ओके है तथा इस ट्रेक के निर्माण के मद्देनजर लिये गए ब्लाक के तहत मंदसौर से चित्तौडगढ की तरफ आने जाने वाली निरस्त सभी ट्रेनो का संचालन बहाल कर दिया गया है। स्पीड ट्रायल ट्रेन में सवार होने के पूर्व सभी प्रमुख अधिकारियों ने विधिवत पूजा अर्चना की व ट्रेक की पटरियों पर श्रीफल फोडकर स्पीड ट्रायल का श्री गणेश किया। इस दौरान रेलवे विभाग के बडी संख्या में कर्मचारी व कई नगरवासी मौजूद थे।
ट्रोली में सवार होकर किया पटरी का निरीक्षण
स्पीड ट्रायल के पूर्व प्रमुख अधिकारियों ने शम्भुपुरा से ट्रोली में सवार हो कर ट्रेक सहित निम्बाहेड़ा शम्भुपुरा के बीच चल रहे ऑवरब्रिज सहित विभिन्न निर्माण कार्यो का भी जायजा लिया। गम्भीरी स्टेशन होते हुए सभी अधिकारी ट्रोली द्वारा निम्बाहेड़ा के सी केबीन पर पहुंचे व नव निर्मित सी केबीन का भी जायजा लिया। इससे पहले ही स्पीड ट्रायल ट्रेन निम्बाहेड़ा स्टेशन पर पहुंच चुकी थी। अधिकारीयों के निर्देश पर यह ट्रेन 6 बजे निम्बाहेड़ा स्टेशन से रवाना हो कर सी केबीन के नव निर्मित दोहरीकरण ट्रेक पर पहुंची। स्पीड ट्रायल ट्रेन के सबसे पीछे वाले पारदर्शी कोशी कोच में स्पीड ट्रायल का जायजा लेने के लिये अधिकारीगण सवार थे।
यात्री हुए परेशान
नीमच रेलवे स्टेशन पर आज से ट्रेन शुरू होने की सूचना पर यात्रीगण सुबह मंदसौर-मेरठ इंटरसिटी ट्रेन में सवार होने के लिए पहुंचे। लेकिन ट्रेन नहीं आने पर मायूस होना पड़ा। कई यात्रियों का कहना था कि 29 तारीख को ट्रेन शुरू होनी थी, लेकिन शुरू नहीं की गई। वहीं स्टेशन मास्टर आरपी मीना ने सभी को अवगत कराया कि अपने निर्धारित समय से एक मार्च से सभी ट्रेने शुरू हो गई है, कोई ट्रेन बंद नहीं रहेगी।