गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने यह खुलासा किया है। बाहेती ने नीमच से एनसीसी कार्यालय मंदसौर शिफ्ट किए जाने के संबंध में सांसद सुधीर गुप्ता द्वारा लिखे गए पत्रों को सार्वजनिक किया है। गंभीर आरोप लगाते हुए बाहेती ने खुलासा करते हुए बताया कि नीमच की 5 एमपी(आइ) कंपनी एनसीसी की नीमच में वर्ष 1980 में स्थापना हुई थी। नीमच में एनसीसी बटालियन स्थापित करने का मूल उद्देश्य नीमच में सीआरपीएफ कैंपस था। पिछले ४३ वर्ष से एनसीसी का यहां अस्तित्व कायम रहा है। इसमें एनसीसी के सीनियर और जूनियर कैडेट प्रशिक्षण लेते रहे हैं। एनसीसी शिविर के दौरान चांदमारी में बंदूक चलाने का प्रशिक्षण सहित अन्य सुविधाएं सीआरपीएफ मुहैया कराती रही है। बावजूद इसके सांसद सुधीर गुप्ता ने नीमच से एनसीसी कार्यालय को मंदसौर शिफ्ट करवा दिया, अब नीमच में यह सुविधा नहीं मिल पाएगी। एनसीसी कार्यालय मंदसौर शिफ्ट होने से सर्वाधिक नुकसान नीमच के युवाओं का होगा। नीमच में एनसीसी के सीनियर और जूनियर मिलाकर कुल 1420 कैडेट हैं। इनमें महिला कैडेट भी शामिल हैं, जिन्हें अब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बाहेती ने कहा कि मैं मंदसौर के विकास के विरुद्ध नहीं हूं, लेकिन नीमच का हक छीनना गलत है।
कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने सांसद सुधीर गुप्ता पर बड़ा आरोप लगाया कि उन्होंने वर्ष 2014 में सांसद निर्वाचित होते ही नीमच से सुविधाएं और सौगातों को छीनना शुरू कर दी थी। नीमच से एनसीसी कार्यालय मंदसौर शिफ्ट करने 20 अगस्त 2016 को उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पारिकर को पत्र लिखा था। सांसद सुधीर गुप्ता को पता था कि नीमच और रतलाम जिले में एनसीसी कार्यालय है। रतलाम के जनप्रतिनिधि तो किसी भी हाल में रतलाम से एनसीसी बटालियन को मंदसौर नहीं जाने देंगे। नीमच के जनप्रतिनिधियों में दम नहीं है कि वे उनके निर्णय का विरोध कर सकें। नीमच विधायक सांसद के सामने कुछ बोल नहीं पाते हैं। इस बात का फायदा उठाते हुए उन्होंने नीमच से एनसीसी कार्यालय की सौगात भी छीन ली। बाहेती ने कहा कि सांसद सुधीर गुप्ता के नीमच के अस्तित्व को खत्म करने पर अब सांसद के खिलाफ नीमच में बड़ा आंदोलन करने की आवयश्कता है। बाहेती ने कहा कि अगर अब भी समय रहते नहीं चेते तो वह दिन भी दूर नही जब सांसद गुप्ता सीआरपीएफ सहित अन्य सुविधाएं भी नीमच से मंदसौर शिफ्ट करा देंगे।