नीमच/रामपुरा। गांधी सागर बांध ( Gandhi sagar dam ) के पानी से अचानक आई आपदा से लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला। शहर के कई इलाके 15 फीट पानी में डूबे हैं, वहीं पांच दिनों तक ऐसी ही स्थिति रह सकती है। नीमच जिले के रामपुरा के लिए वर्ष 1960 के बाद यह सबसे भयानक दौर है। गली मोहल्ले में नाव चल रही है, वहीं बचाव कार्य के लिए सीआरपीएफ की दो बटालियन बचाव कार्य में जुटी हुई है।
नीमच जिले का रामपुरा पानी से घिरा हुआ है। बताया जा रहा है कि गांधी सागर बांध की रिंगवाल से रामपुरा में पानी घुस गया। रामपुर शहर में तब तक पानी भरा रहेगा, जब तक कि रिंगवाल से पानी नीचे नहीं उतर जाता। 150 हार्स पॉवर की तीन मोटरों से पानी निकालने का काम किया जा रहा, लेकिन पानी इतना बढ़ गया है कि वो भी पानी में डूब गई हैं। बताया जा रहा है कि हालात ऐसे हैं कि शहर से पानी उतरने में करीब 5 दिन लग जाएंगे।
अंधेरे में पूरा शहर
लगातार बारिश और पूरे शहर में पानी भरा होने के कारण बिजली व्यवस्था भी ठप हो गई है। संकरी गलियां होने के कारण राहत कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि गलियों में मोटरबोट नहीं पहुंच पा रही है।
फसलें बर्बाद
क्षेत्र में लगातार भारी बारिश से खेत और कई गांवों में पानी भरा हुआ है। ऐसे में बड़े पैमाने पर फसलों के बर्बाद होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
राहत शिविरों में पहुंचे लोग
रिंगवाल से शहर में पानी घुसने से निचले इलाके डूब गए हैं। इन क्षेत्रों के करीब डेढ़ हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। रामपुर के कुशालपुरा, बांदीपुरा, इनायतपुरा, राजपुरा, बागवान मोहल्ला, लालबाग, बस स्टैंड, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। इस कारण लोगों को अग्रवाल धर्मशाला, औसवाल पंचायत, सरस्वती स्कूल, पोरवाल धर्मशाला, अंजुमन इस्लाम जमात, बालक हायर सेकंडरी स्कूल आदि स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया गया।
15 फीट तक भरा पानी
रामपुरा में बारिश के मद्देनजर हालातों पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है। नगर में करीब 15 फीट तक पानी कई क्षेत्रों में भरा हुआ है, जो रविवार शाम को करीब एक फीट ही कम हो पाया था। रामपुरा में स्थित ब्रह्मकुमारी आश्रम पूरी तरह डूब गया। 11 हजार वर्गफीट में फैले इस आश्रम में 10 फीट पानी भर गया। यहां से तीन महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
1322 है वाटर लेवल
गांधीसागर डैम का वाटर लेवल पहली बार 1322 फीट पर पहुंच गया। इससे रामपुरा बैक वाटर का पानी शहर में पहुंच गया। पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि आधे घंटे में ही 40 प्रतिशत रामपुरा जलमग्न हो गया। किसी क्षेत्र में 11 तो किसी में 15 फीट पानी भर गया। लोगों को घरों से सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया।