बता दें कि जगन मोहन रेड्डी ने मार्च 2011 में कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद YSRCP का गठन किया था और पार्टी अध्यक्ष का पद संभाला, जबकि उनकी मां विजयम्मा मानद अध्यक्ष रहीं। विजयम्मा ने शुक्रवार को कहा कि ‘जब जगन मोहन रेड्डी संकट में थे तो वह उनके साथ थीं और अब उनकी बेटी को उनके समर्थन की आवश्यकता है।’
अब दक्षिण में कमल खिलाने की मिली Rajasthan Bjp नेताओं को जिम्मेदारी
विजयम्मा ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में कहा था, “मैं इस पार्टी से अलग होने की सोच रही हूं। शर्मिला अकेले लड़ रही हैं। राजशेखर रेड्डी की पत्नी और शर्मिला की मां के रूप में मुझे उनके साथ खड़ा होना है, ये बात मेरा दिल मुझसे कहता है।”बता दें कि वर्ष 2023 में तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। शर्मिला को वहाँ पूरा समर्थन देने के लिए विजयम्मा का ये बड़ा निर्णय दिखाता है कि शर्मिला की पार्टी चुनावों में पूरा जोर लगाने की तैयारी में हैं।