X पर पोस्ट कर मांगी मदद
सागर ठाकुर ने आरोप लगाया कि एल्विश ने खुलेआम मुझे जान से मारने की धमकी भी दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरी घटना को कैमरे पर रिकॉर्ड किया है। मुझ पर बेरहमी से हमला किया गया और मेरे साथ मारपीट की गई। एल्विश यादव ने खुलेआम मुझे जान से मारने की धमकी दी। सारे सबूत इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। इसके बावजूद जब मैं एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन गया, तो SHO ने इसे आईपीसी 147, 149, 323 और 506 के तहत दर्ज किया। ये सारी जमानती धाराएं हैं। हत्या के प्रयास के स्पष्ट सबूत के बावजूद, कोई गैर-जमानती धारा नहीं लगाई गई है।
‘हरियाणा सरकार कर रही मदद’
एफआईआर में हत्या का आरोप क्यों नहीं शामिल किया गया? क्या यह राज्य सरकार के धन और समर्थन के प्रभाव के कारण है? क्या हरियाणा सरकार संभावित रूप से एक अपराधी को बचा रही है? मैं पुलिस और आला अधिकारियों से अनुरोध करता हूँ कि एल्विश यादव के खिलाफ हत्या के प्रयास के लिए गैर-जमानती धारा के साथ एफआईआर दर्ज कर उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। साथ ही कहा कि अगर भविष्य में मेरे साथ कुछ भी दुर्भाग्यपूर्ण होता है, तो एल्विश यादव को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।